इससे पहले राहुल गांधी को सहारनपुर जाने से रोकने के लिए यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
प्रशासन ने राहुल गांधी के कार्यक्रम को खारिज करते हुए उन्हें यहां कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। इसके बावजूद राहुल गांधी सहारनपुर पहुुंच गए हैं, जहां प्रशासन ने पीड़ित परिवारों से राहुल गांधी के मिलवाने की व्यवस्था की है।
दरअसल, महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य पर निकाली जा रही शोभायात्रा को लेकर पांच मई को शब्बीरपुर जातीय संघर्ष हो गया था। इसके बाद शुरू हुई सियासत में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, रालोद के महासचिव जयंत चौधरी सहित कई लोग पहुंचे।
राहुल को रोकने की थी पूरी तैयारी
शब्बीरपुर जाने का ऐलान कर चुके राहुल गांधी को हरियाणा बार्डर पर शाहजहांपुर चौकी पर रोकने की तैयारी है। एक ओर जहां पीएल पुनिया, इमरान मसूद समेत कांग्रेस के नेता बड़ी संख्या में नेता राहुल के स्वागत के लिए मौजूद हैं। उनकी वहीं, राहुल की रोकने के लिए पुलिस भी जाल बिछाकर बैठी थी। खुद एडीजी आनंद कुमार पुलिस बल का नेतृत्व कर रहे हैं।
ये था पूरा मामला
23 मई को बसपा सुप्रीमो मायावती गांव पहुंची थी। उनकी सभा से लौटते लोगों पर हमलावरों ने जानलेवा हमला किया था और इसमें एक युवक की मौत हो गई। इसके बाद शासन ने शब्बीरपुर में किसी भी बाहरी व्यक्ति के जाने पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को कांग्रेसियों ने अचानक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यक्रम की अनुमति मांगी तो प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मच गया।