लखनऊ। बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा तोड़ने पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर कानूनी शिकंजा कसा है। ऐसे में पार्टी के पूर्व सांसद और श्रीराम जन्मभूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती का बयान पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकता है। वेदांती ने दावा किया कि अयोध्या में बाबरी ढांचा उनके कहने पर तोड़ा गया। वेदांती की मानें तो उन्होंने ही कार सेवकों को ढांचा तोड़ने के आदेश दिए थे। उनके मुताबिक विहिप के दिवंगत नेता अशोक सिंघल के अलावा महंत अवैद्यनाथ भी इस साजिश में शामिल थे। वेदांती का कहना था कि भले ही उन्हें फांसी हो जाए लेकिन वो अपने बयान से नहीं पलटेंगे। सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश के बाद बाबरी मस्जिद विध्वंस मामला फिर से चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 13 लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाने का आदेश दिया है। हालांकि, इनमें से तीन का निधन हो चुका है तो अब 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा चलेगा।
विहिप के अधिवेशन में बनेगी राम मंदिर निर्माण की नई रणनीति
उप्र के अयोध्या में स्थित विवादित श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने हरिद्वार में केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल का विशेष अधिवेशन 31 मई को बुलाया है। विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि अधिवेशन में अयोध्या में विवादित श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय में चल रहे मंदिर-मस्जिद विवाद पर विचार-विमर्श तथा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा की गई सुलह समझौता का सुझाव के अलावा सीबीआई द्वारा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर आपराधिक मुकदमे पर भी व्यापक मंथन किया जाएगा।