इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्य नाथ की सरकार ने सूबे के नए पुलिस महानिदेशक के नाम का ऐलान कर दिया है। प्रदेश के नए डीजीपी के तौर पर सुलखान सिंह के नाम पर मुहर लग गई है। 1980 बैच के आईपीएस अफसर सुलखान सिंह जावीद अहमद का जगह लेंगे। अभी तक सुलखान सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में डीजी ट्रेनिंग के पद पर तैनात थे। सुलखान सिंह मूल रूप से बांदा जिले के रहने वाले हैं। सुलखान सिंह के पास सिविल इंजिनीयरिंग के साथ लॉ की डिग्री भी है। नए डीजीपी के ऐलान के साथ ही योगी सरकार ने शुक्रवार को 7 वरिष्ठ IAS अधिकारियों और 12 IPS अधिकारियों का तबादला किया। मौजूदा डीजीपी जावीद अहमद को पीएसी के डीजीपी पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बांदा के रहने वाले हैं सुलखान सिंह
यूपी के नए डीजीपी सुलखान सिंह उत्तर प्रदेश के बांदा के रहने वाले हैं। इनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज बांदा से हुआ। इसके बाद इन्होंने आईआईटी रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग की। सुलखान सिंह ने लॉ की भी पढ़ाई की है। डीजीपी बनने से पहले वो पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण के पद पर तैनात थे। गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार शाम 12 आईपीएस अधिकारियों के तबादले की प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। जिसके मुताबिक पहले नंबर पर सुलखान सिंह ही हैं जिन्हें यूपी का नया डीजीपी बनाया गया है।
सबसे वरिष्ठ आईपीएस
उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी बने सुलखान सिंह के नाम की चर्चा इससे पहले मुलायम सरकार में हुई थी। अखिलेश सरकार में जब जावीद अहमद की नियुक्ति हो रही थी तब मुलायम ने इस नियुक्ति पर सवाल उठाए थे लेकिन अखिलेश सरकार ने जावीद अहमद के नाम पर मुहर लगा दी। सुलखान सिंह 1980 कैडर के यूपी के सबसे वरिष्ठ आईपीएस अफसर हैं। दिलचस्प बात ये है कि डिपार्टमेंट में सुलखान की तेज-तर्रार इमेज वाली अफसरगीरी के साथ साफ-सुथरी छवि, ईमानदार और सख्त अधिकारी के तौर पर खासी चर्चा होती रही है।