लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद में समाजवादी पार्टी (सपा) सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर हंगामा किया और नारेबाजी करते वेल में आ गये ,शोर-शराबे के बीच सभापति रमेश यादव ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे तक स्थगित कर दी। सोमवार को जैसे ही परिषद की कार्यवाही शुरू हुई नेता विरोधी दल अहमद हसन ने प्रदेश के खराब होते हालात जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को दी गई धमकियों,उनको पूर्व मुख्य मंत्री के तहत दी गई सुरक्षा घटाने तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा उनके चरित्र हनन का मुद्दा सदन के समक्ष उठाया।
इसी मुद्दे को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश चन्द उत्तम ने उठाते हुए कहा कि जिस तरह सरकार उनके (अखिलेश यादव) की सुरक्षा के साथ लापरवाही कर रही है। वह निन्दनीय है सरकार को उनकी सुरक्षा बढ़ानी चाहिये और इस मुद्दे पर काम रोकर चर्चा कराई जानी चाहिये। इस पर नेता सदन ड0 दिनेश शर्मा ने कहा कि किस नियम के तहत इस समय यह सदन में उठाया जा रहा है। इससे उत्तेजित होकर सपा के सभी सदस्य नारेबाजी करते हुये वेल में आ गये। भारी शोर-शराबे के कारण सभापति यादव ने सदन की कार्यवाही 11:15 बजे आधे घण्टे तक स्थगित कर दी बाद में स्थगन का समय बढ़ाकर 12 बजे तक कर दिया।
इसके बाद अखिलेश यादव की सुरक्षा पर उठे सवाल पर नेता सदन दिनेश शर्मा ने सरकार अखिलेश यादव समेत सभी को सुरक्षा देना सरकार का दायित्व है और सुरक्षा में कोई कौताही न/न हो सरकार चिंितत है। उन्होंने कहा कि यादव को जेड प्लस सुरक्षा मिली है,जिसके तहत 182 सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। जिसमें एक अपर पुलिस अधीक्षक स्तर का अधिकारी, एक पुलिस उपाधीक्षक , छह इंस्पेक्टर, 16 सब इंस्पेक्टर के अलावा अन्य पुलिस कर्मी तैनात है।
उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों कल्याण सिंह और मायावती की तरह अखिलेश यादव को सुरक्षा दी जा रही है। नेता सदन शर्मा ने कहा कि एनएसजी सुरक्षा का कवर केन्द्र सरकार का विषय है और 2017 में किसी नीति के तहत हटाई गई । एनएसजी सुरक्षा राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को दी जाती है। सपा सदस्यों ने कहा कि अखिलेश यादव की कन्नौज की सभा में एक युवक ने जय राम का नारा लगाया था। इतना ही मुख्यमंत्री के सलहाकार उस युवक का समर्थन कर रहे हैं।
अखिलेश सुरक्षा के मुद्दे पर सभापति रमेश यादव ने व्यवस्था देते हुए सरकार को निर्देश दिये कि अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्य मंत्री रह चुके है एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है। नेता सदन प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये उनकी सुरक्षा को सुनिशिचित करें। सुरक्षा में कोई चूक न/न हो और कृत कार्यवाही से सदन को अवगत करायें।