लखनऊ। पदोन्नति में आरक्षण के समर्थन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने रविवार को लखनऊ में आरक्षण बचाओ मार्च निकाला। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक से हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा तक मार्च किया। मार्च में संविधान बचाओ-आरक्षण बचाओ, जय भीम-जय मंडल के नारे लगाये गये। बाद में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया। लल्लू ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार की याचिका पर उच्च न्यायालय ने फैसला दिया था कि सार्वजनिक पदों पर नियुक्तियों या पदोन्नति में आरक्षण का दावा करने का कोई मौलिक अधिकार नहीं है जबकि सात फरवरी को उच्चतम न्यायालय के मामले में दिये गये निर्णय और भारतीय जनता पार्टी के तर्क कि आरक्षण न तो मौलिक अधिकार है न ही संवैधानिक कर्तव्य का कांग्रेस कड़ा विरोध करती है। उन्होने कहा कि केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकारें सामाजिक न्याय और आरक्षण की मूल भावना पर लगातार हमला कर रही है।
इससे पहले अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में बदलाव की कोशिश की गयी थी। उस समय पूरे देश में आरक्षण बचाओ आन्दोलन हुआ था जबकि वर्तमान में उत्तराखण्ड सरकार प्रमोशन में आरक्षण खत्म करवाने की कोशिश कर रही है जिससे इन वर्गों के लाखों अभ्यर्थी प्रभावित होंगे। कांग्रेसी नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने नियुक्तियों में आरक्षण का लगातार हनन किया है। भाजपा सरकार में दलित एवं पिछड़ों की सरकारी नौकरियों की संख्या 90 प्रतिशत कम हो गयी है यही नहीं दलित, पिछड़ा और आदिवासियों के लिए आरक्षित नौकरियों के बैकलाग को नहीं भरा जा रहा है। एक तरफ सभी सरकारी संस्थानों में आउटसोर्सिंग पर नौकरियां दी जा रही हैं दूसरी तरफ आरक्षण लागू नहीं किया जा रहा है। देश और प्रदेश की भाजपा सरकार इस मामले में चुप्पी मारकर बैठी है। कांग्रेस आरक्षण पर यह कुठाराघात बर्दाश्त नहीं करेगी।