लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित की गई राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को आपसी सुलह-समझौते के तहत 10,838 मुकदमों का निस्तारण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती पूर्णिमा सागर यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि लोक अदालत में लखनऊ जिला न्यायालय में लगभग 13350 वाद नियत किये गये, जिसमें से कुल 8236 वादों का निस्तारण किया गया। उन्होंने बताया कि लखनऊ के जिला न्यायाधीश सुरेन्द्र कुमार यादव ने सिविल कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये। राष्ट्रीय लोक अदालत पर बड़ी संख्या में वादकारियों ने अपने मुकदमों के त्वरित निस्तारण के लिये बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में चेक बाउन्स केसेज, बैक रिकवरी केसेज, अपराधिक शमनीय वाद, वैवाहिक वाद, मोटर एक्सीडेंट क्लेम पिटीशन वाद, किरायेदारी वाद, सुखाधिकार, व्यादेश, उत्तराधिकार आदि दीवानी वादों का भी निस्तारण किया गया, और कुल 136375976/- रूपये की धनराशि जुर्माने व समझौता राशि के सम्बन्ध में आदेश किया गया। इसके अतिरिक्त बैंक वसूली व फाइनेन्स के प्री-लिटिगेशन स्तर पर 2602 वादों का जनपद न्यायालय में निस्तारण किया गया, जिनके समझौता राशि 53526795/- रुपये है। इस प्रकार लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 10,838 मुकदमें निस्तारित हुये और जिनकी समझौता एवं जुर्माना राशि 189902771/- रुपये है। इसके अलावा राज्य के सभी जिलों में राष्ट्रीय लोक अदालतों में आपसी सुलह-समझोते के तहत अनेक मुकदमों का निस्तारण किया गया।