लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे परियोजना के त्वरित निर्माण के लिये आरएफक्यू और रिक्वेस्ट फार प्रपोजल यानी आरएफक्यू को मंजूरी मिल गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को सम्पन्न मंत्रिमंडल की बैठक में 18 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के लिये 90 फीसदी जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है और अगले 45 दिनो में एक्सप्रेस वे के लिये शत प्रतिशत भूमि अधिग्रहण के बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा। हालांकि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के लिये मात्र 17 फीसदी भूमि अधिग्रहित हो सकी है। बुदेंलखंड एक्सप्रेस वे पूरा हो जाने के बाद दिल्ली से चित्रकूट के सफर को मात्र छह घंटों में पूरा किया जा सकेगा। इसके अलावा एक्सप्रेस वे के निर्माण से 50 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
राज्य सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस की निर्माण प्रक्रिया करीब 90 फीसदी पूरी हो चुकी है जबकि निविदा जारी होने के बाद संपूर्ण परियोजना अगले 30 महीनों में पूरी की जायेगी। औद्योगिक विकास के प्रमुख सचिव आर के सिंह ने बताया कि करीब 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का निर्माण छह पैकेजों में किया जायेगा। सुरक्षा आडिट के बाद परियोजना की लागत में 132 करोड़ रूपये की बढोत्तरी हुयी है। परियोजना की लागत पहले 14 हजार 716 करोड़ रूपये आंकी गयी थी जो सेफ्टी आडिट के बाद बढ़ कर 14 हजार 849 करोड रूपये हो गयी है। एक्सप्रेस वे चित्रकूट, बाँदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, उरई समेत पूरा बुंदेलखंड कवर करेगा।