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संवेदनशील व्यक्ति ही दूसरों के दु:ख-दर्द को ज्यादा समझ सकता है : नाईक

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 11 2019 5:37PM | Updated Date: Jul 11 2019 5:37PM
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि संवेदनशील व्यक्ति ही दूसरों के दु:ख-दर्द को ज्यादा समझ सकता है। नाईक ने बृहस्पतिवार को आज राजभवन में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के निरीक्षक कुलदीप सिंह की कविता संकलन ‘भारत का श्रृंगार’ का विमोचन के मौके पर ये विचार व्यक्त किये। इस मौके पर नाईक ने सिंह को बधाई देते हुए कहा कि कविता लिखना मन के भाव को शब्दों के रूप देने जैसा कार्य है। पुलिस कर्मी यदि अपने कर्तव्य के साथ-साथ संवेदनशील होता है, तो वह दूसरों के दु:ख-दर्द को ज्यादा समझ सकता है।
 
उन्होंने कहा कि काव्य संकलन का शीर्षक ‘भारत का श्रृंगार’ स्वत: कवितायें पढ़ने के लिये प्रेरित करता है।  इस संकलन में 76 कविताओं को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि कुलदीप सिंह ने ‘उत्तर प्रदेश गान’ भी लिखा है, जिसे बालीवुड गायक  सोनू निगम ने स्वरबद्ध एवं संगीतबद्ध  विपीन पटवा ने किया है। उत्तर प्रदेश गान के बोल ‘भारत की शान उत्तर प्रदेश है’। यह गीत उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने लोकार्पित भी किया था।
 
सिंह की कविताओं की प्रशंसा राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु तथा प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी भी कर चुके हैं। कुलदीप 1996 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी श्रीमती कुंदा नाईक, पुत्री विशाखा कुलकर्णी के अलावा  कुलदीप सिंह के पारिवारिक सदस्य भी उपस्थित थे। राज्यपाल इससे पूर्व सिंह द्वारा लिखे गये भजन संग्रह की सी0डी0 ‘बूटी ले आये हनुमान’ का विमोचन कर चुके हैं।
 
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