लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को अभियन्ताओं का आव्हान किया कि वह कम लागत में अच्छी और गुणवत्तापूर्ण सड़कों के निर्माण के लिए नवीन तकनीकी का भरपूर इस्तेमाल करें। मार्गो के नवीन तकनीक से परिकल्पना एवं निर्माण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि नवीन तकनीकी से सड़कों के निर्माण में उत्तर प्रदेश को देश में अग्रिम पक्ति में रखना है और इसके लिए सभी अधिकारी पूरी क्षमता और ऊर्जा के साथ कार्य करें। उप मुख्यमंत्री ने सरकार का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण जनता को अच्छी सड़के देकर प्रदेश का विकास करना है। पहुंच मार्ग बन जाने से ग्रामीण अपने उत्पादों को बाजार तक आसानी से ले जा सकेगें। सरकार ने अधिक से अधिक गांवों को मुख्य मार्गों से जोड़ने का कार्य किया है, जिसके लिए अभियन्ता व कर्मचारी प्रशंसा के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण व संवर्धन करते हुए नवीन तकनीकी अपना कर 942 करोड़ रुपये की बचत की गयी है यह कोई साधारण बात नहीं है। हमें अभी और लम्बा रास्ता तय करना है और अच्छे से अच्छा कार्य करना है। नवीन तकनीकी अपना कर 30 लाख घनमीटर पत्थर की बचत की गयी है। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन और उनके विजन के अनुरूप पर्यावरण की सुरक्षा करते हुए हमें कार्य करना है। मौर्य ने जोर देते हुए कहा सड़कों के निर्माण में जहां पेड़ काटे जाते हैं, उनके बदले में वृक्षारोपण अनिवार्य रूप से किया जाय तथा रोपे गये पौधों की देखरेख बहुत अच्छे ढंग से करायी जाय। मौर्य ने कहा कि गत वर्ष कुछ हरबल रोडों का निर्माण किया गया था अधिकारी जब जिलों में दौरों पर जाय तो इन्हें जरूर देखे। विकास के लिए सड़को के निर्माण के साथ-साथ वृक्षारोपण व जल संचयन किया जाना बहुत जरूरी है।