रायबरेली। यूपीए अध्यक्ष और सांसद सोनिया गांधी बुधवार सुबह फुरसतगंज हवाई अड्डे से भुएमऊ स्तिथ आवास पर पहुंची। उनके साथ उनकी बेटी प्रियंका वाड्रा भी है। फुरसरगंज से लेकर भुएमऊ आवास तक रास्ते में कई जगहों पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। उनकी एक झलक पाने के लिए लोगों की भीड़ सड़कों पर दिखी। भुएमऊ आवास पर भी लोगों का तांता लगा हुआ है।
समझा जा रहा है कि पूर्वी यूपी में कांग्रेस की हार की समीक्षा भी यहीं की जाएगी। इसके लिए पूर्वी प्रदेश के सभी उम्मीदवार और जिलाध्यक्ष मंत्री समेत कई नेताओं को भी बुलाया गया है। हालांकि दिनभर की बैठक को काफी गुप्त रखा गया है। शाम पांच बजे जिले भर के कार्यकर्ताओं से सोनिया के मिलने का कार्यक्रम है। विधान सभावार कार्यकर्ताओं को इस बैठक में बुलाया गया है, जहां जीत के लिए सभी को सोनिया गांधी आभार जताएंगी और वहीं प्रियंका जीत के कम अंतर को भी लेकर वरिष्ठ नेताओं से मंत्रणा कर सकती हैं।
इस बैठक में करीब ढाई हजार कार्यकर्ताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है। कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी की ओर से दोपहर को भोजन की भी व्यवस्था की गई है। सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद पहली बार रायबरेली पहुंची हैं। उनका यह दौरा करीब 40 दिन बाद हुआ है। दो मई को सोनिया ने सरेनी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जनसभा को संबोधित किया था। परिणाम के 20 दिन बाद संप्रग अध्यक्ष सोनिया अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के बीच पहुंची हैं।
माना जा रहा है कि रायबरेली के जिला संगठन और हाल ही में जिला पंचायत में मचे बवाल को लेकर भी महत्वपूर्ण चर्चा हो सकती है। अत्यंत गोपनीय इस बैठक से मीडिया को दूर रखा गया है। रायबरेली को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है। संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी 2004 से लगातार यहां से सांसद हैं। इस बार उन्होंने पांचवीं बार लोकसभा चुनाव जीतकर इतिहास रचा है। हालांकि, जीत का अंतर कम होने से गांधी परिवार पेशोपेश में है।