जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरावां में हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी और लक्ष्मी बाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओ ने बुधवार को महान समाज सुधारक राजा राम मोहन राय का 247 वां जन्मदिन मनाया। दोनों ब्रिगेड के कार्यकर्ता सरावां स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर एकत्र हुए और महान समाज सुधारक को याद करते हुए शहीद स्मारक पर मोमबत्ती और अगरबत्ती जलायी।
उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि समाज सुधारक का जन्म बंगाल के हुगली जिले के राधानगर गाँव में 22 मई 1772 को एक रूढ़िवादी ब्राह्मण परिवार में हुआ था , उच्च शिक्षा पूरा करने के बाद वह समाज सेवा का कार्य करने लगे। भारत में पुनर्जागरण के जनक कहे जाने वाले राममोहन राय ने महिलाओ के अधिकारों के लिए संघर्ष किया ,वह के खिलाफ थे, इसलिए उन्होंने सती प्रथा जैसी कुरीति के उन्मूलन साथ ही विधवा पुनर्विवाह का मार्ग प्रशस्त किया था।
वह मूर्ति पूजा , कट्टरपंथ ,धार्मिक कर्मकांडों , धर्मान्धता और अंधविश्वास के भी खिलाफ थे। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देते हुए संवाद कौमुदी , मिरात-उल -अखबार व बंगाल दूत जैसे समाचार पत्रों का सम्पादन किया। राय ने 19 वीं सदी में सामाजिक सुधार किया था , 20 वीं सदी में उसकी गति धीमी पड़ गई, सुधारक का कार्य करते हुये राय 27 सितम्बर 1833 को इस संसार को छोड़ कर हमेशा के लिए चले गए । इस अवसर पर धरमसिंह ,मैनेजर पाण्डेय ,अनिरुद्ध सिंह ,दिशा और मंजीत कौर सहित अनेक लोग मौजूद रहे ।