लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशस्ल टास्क फोर्स ने रविवार को आगरा से कई साल से फरार चल रहे दस हजार रुपये के इनामी अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगरा से छह साल के बच्चे के अपहरण के मामले में चार साल से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी वांछित बदमाश नसीम को शमसाबाद क्षेत्र से आज गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में शमसाबाद से इस बदमाश ने तेल कारोबारी सत्येन्द्र सविता के 06 वर्षीय पुत्र का अपहरण कर लिया था और तभी से यह फरार चल रहा था। इस बदमाश को गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ को लगाया गया था।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ की टीम को सूचना मिली कि बालक के अपहरण के मामले में फरार चल रहा नसीम शमसाबाद पेट्रोल पम्प के पास किसी से मिलने आने वाला है, इस सूचना पर आगरा की एसटीएफ की टीम स्थानीय पुलिस को साथ बताये गये स्थान पर पहुंची और उसके आने का इन्जतार करने लगी। कुछ देर बाद एक व्यक्ति आता दिखाई दिया । मुखबिर की पुष्टि के बाद नसीम को दबोच लिया गया। गौरतलब है कि 30.12.2015 को नसीम अपने चार अन्य साथियों के साथ तेल कारोबारी सत्येन्द्र सविता के 06 साल के पुत्र प्रिन्स का फिरौती के लिए स्कूल से घर आते समय रास्ते से अपहरण कर लिया था। बालक की रिहाई के लिए दो करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की थी। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा इस घटना को संज्ञान में लेकर बरामदगी के लिए एसटीएफ को निर्देश गये थे और इनाम की घोषणा की गयी थी।
उस समय अपहृत की बरामदगी झांसी से की गयी थी तथा मुख्यमंत्री द्वारा अपहृत को बरामद करने वाली टीम को पांच लाख का पुरस्कार दिया गया था। लेकिन नसीम की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। गिरफ्तार बदमाश ने पूछताछ पर बताया कि वह 2015 से अब अजीतमल, भिण्ड इटावा औरैया आदि स्थानों पर अपनी पहचान छिपाकर रहता था। वर्तमान समय से औरैया के कस्बा जमालशाह में किराये के मकान में रह रहा था तथा वही सिलाई करने के अलावा चने बेचने का कार्य करता था। अपने शमसाबाद स्थित अपने मकान को बेच था जिसका पैसा लेने के लिए वह आगरा आया था। गिरफ्तार बदमाश को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया। आगे की विधिक कार्रवाई शमसाबाद पुलिस करेगी।