लखनऊ। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में गुरूवार को मतदान के दौरान बुलंदशहर में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी को नजरबंद किये जाने को जायज ठहराते हुये बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कहा कि आरोपी उम्मीदवार को मतदान केन्द्र के भीतर जाने की इजाजत देने के लिये जिलाधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिये। मायावती ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में है।
सत्ताधारी दल के प्रति मददगार रवैया अख्तियार करने की नीयत स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है जिस पर चुनाव आयोग को तत्काल सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि आज हस्तक्षेप के बाद हालांकि बुलन्दशहर सीट से भाजपा प्रत्याशी को चुनाव के दौरान गैर कानूनी काम करने से रोककर नजरबंद तो कर दिया गया, लेकिन उस जिले के कलेक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई चुनाव आयोग द्वारा क्यों नहीं की गई जिनके आदेश पर ही भाजपा प्रत्याशी को पोलिंग बूथ के अन्दर जाकर चुनाव को अपने पक्ष में प्रभावित करने का प्रयास किया गया।
चुनाव आयोग को इस सम्बंध में सख्त कार्रवाई अवश्य की जानी चाहिए ताकि दूसरे अधिकारी अगले चरण में ऐसा गलत कार्य करने से थोड़ा डरें। इससे पहले प्रथम चरण के मतदान के दौरान भी पुलिस प्रशासन का रवैया पक्षपातपूर्ण रहा था तथा कमजोर वर्ग के लोगों को वोट डालने से धमकाया और रोका गया था। जिसकी शिकायत उसी दिन चुनाव आयोग से की गई हैं लेकिन तब भी कार्रवाई नहीं की गई थी।