लखनऊ। लखनऊ प्रवक्ता ने बताया कि होली के अवसर पर पुलिसकर्मी बावर्दी दुरूस्त अपने निर्धारित ड्यिूटी प्वाइंट पर पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रहे । बाजारों में विशेषतौर पर बम निरोधक दस्ते चेकिंग स्राईफर डाग्स द्वारा एन्टीसेबाटाज चेकिंग करा ली जाय तथा पर्याप्त अग्निशमन की व्यवस्था रखी जाय। समय से पूर्व होलिका में आग लगा दिये जाने, होलिका का स्थान परिवर्तित कर देने, नयी होलिका स्थापित करने एवं होली जुलूस के मार्गो को लेकर विवाद उत्पन्न होते हैं, जिसके सम्बन्ध में विशेष सतर्कता बरती जाय। डीजीपी ने कहा कि चलती रेलगाड़ियों में किसी प्रकार का उपद्रव न होने पाये, इसके लिए विभिन्न एजेन्सियों की मदद से प्रभावी व्यवस्था रखी जाय।
स्थानीय नागरिकों से समन्वय स्थापित करते हुए उनकी सहभागिता से यह सुनिश्चित किया जाय ताकि चलती ट्रेन में किसी प्रकार का कूड़ा, कचड़ा, पानी का गुब्बारा अन्य वस्तुएं न फेंकी जाय। इस त्यौहार को लेकर कोई तनाव होने की आशंका है तो उसका समाधान समय रहते संबधित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ थाना प्रभारी के द्वारा संयुक्त रूप से त्यौहार की तिथि से पूर्व ही करा लिया जाय। समस्त थाना क्षेत्रों के उक्त त्यौहार के दृष्टिगत चिन्हित किये जाय और प्रत्येक स्थान पर क्षेत्र के उपजिलाधिकारी एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी तथा थाना प्रभारी स्वयं मौके पर जाकर समस्याओं का निदान करायें तथा आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। आवश्यकतानुसार यातायात डायवर्जन पूर्व में तय कर उसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाय।
शरारती तत्वों द्वारा होलिका में छप्पर,तख्त,गुमटी,लकड़ी आदि डालने पर विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है, जिसके सम्बन्ध में विशेष सतर्कता बरती जाय। होली के पर्व में शराब की मांग तेजी से बढ़ने के कारण ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब बनाने का प्रयास किया जाता है। यह बहुत जोखिम भरा कार्य है, क्योकि अक्सर इस प्रकार की अवैध शराब जहरीली होती हैं, जिससे गम्भीर घटनायें घटित हो जाती हैं। अभी हाल ही मे कुछ घटनायें प्रकाश में आयी हैं। अपने जिलों में पुलिस बल को विधिवत अवगत करा दें कि उनके इलाके में किसी भी स्थान पर शराब का अवैध निर्माण एवं बिक्री न होने पाये। किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होने पर उनके विरूद्व सख्त कार्रवाई की जायेगी। डीजीपी ने निर्देश दिए कि पुलिस कर्मियों के मोबाइल नम्बरों की सूची कन्ट्रोल रूम एवं सम्बन्घित थाने पर उपलब्ध होनी चाहिये। इस सूची को सिविल डिफेन्स एवं अन्य नागरिक सहयोगियों के साथ साझा किया जाय।
साथ ही नागरिक संस्थाओं के मोबाइल नम्बर की सूची पुलिस कर्मियों को उपलब्ध करायी जाय। इसके अतिरिक्त पुलिस के मददगार लोगों की सूची भी सम्बन्धित थाना प्रभारी व क्षेत्राधिकारी के पास अवश्य होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि सेक्टर एवं जोन में स्थैतिक ड्यूटियों के अलावा मोबाइल पार्टी,कार्य क्षेत्र निर्धारित कर उन्हें अवश्य व्यवस्थापित किया जाय,जो लगातार भ्रमणशील रहकर क्षेत्र की निगरानी करें। मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारियों की साथ-साथ ड्यूटी लगायी जाय। चिकित्साधिकारी, चिकित्साधीक्षक से समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित कर लिया जाय कि होली पर्व के अवसर पर आकस्मिकता के दृष्टिगत जिला चिकित्सालय एवं स्थानीय चिकित्सालय में अनवरत 24 घण्टे चिकित्सक एवं स्टाफ जीवनरक्षक दवाओं के साथ उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा कि इस संबंध किसी प्रकार की ढ़िलाई बर्दास्त नहीं होगी।