लखनऊ। यूपी के खनन घोटाले में पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। शिकंजा भी ऐसा कि अखिलेश यादव के लिए इससे बच निकलना मुश्किल हो सकता है। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने आज 4 लोगों को समन जारी किया है। जिन घोटालों को समन जारी किया गया उनमें हमीरपुर की पूर्व डीएम बी चंद्रकला भी शामिल हैं। इसके अलावा ईडी ने नोटिस जारी कर सपा एमएलसी रमेश को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। इन सभी से अगले सप्ताह पूछताछ की जाएगी।
हमीरपुर में खनन पट्टों के आवंटन में धांधली को लेकर सीबीआई ने दो जनवरी को केस दर्ज कर 5 जनवरी को लखनऊ और नोएडा स्थित चंद्रकला के घरों के अलावा एमएलसी रमेश के ठिकानों पर छापे मारे थे। इस दौरान कई दस्तावेज बरामद किए थे। इस कार्रवाई के आधार पर ईडी ने बुधवार शाम केस दर्ज किए।
सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने भी सभी 11 आरोपितों के खिलाफ गुरुवार को मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करते हुए उन्हें नोटिस भी इश्यू कर दिया। दरअसल सीबीआई की जांच में सामने आया था कि डीएम बी चंद्रकला ने नियमों को दरकिनार कर सत्ता के करीबी लोगों को 50 से ज्यादा पट्टे आवंटित किए थे। कई पट्टों का रिनीवल कर दिया और अवैध खनन को बदस्तूर जारी रहने दिया।
इसी वजह से छापेमारी से पहले सीबीआई के डिप्टी एसपी केबी शर्मा ने दो जनवरी को बी चंद्रकला समेत 11 लोगों को आपराधिक साजिश रचने, चोरी, वसूली, धोखाधड़ी, अपराध करने के लिए प्रेरित करने और क्रिमिनल मिसकंडक्ट का आरोपी बनाते हुए एफआईआर दर्ज की थी।