लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तर्राष्ट्रीय कछुआ तस्कर गिरोह के चार सदस्यों को इटावा से गिफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ)अभिषेक सिंह ने यहां बताया कि सूचना मिल रही थी कि इटावा से बड़े स्तर पर विभिन्न प्रजातियों के कछुओ की तस्करी की जा रही है। यहां के कुछ व्यापारी तस्करी करके कछुओं को बेचने के लिए पश्चिम बंगाल के व्यापारियों के संपर्क में रहते हैं।
वहां से कछुओं को बांग्लादेश और म्यांमार के रास्ते चीन, हांगकांग, मलेशिया आदि देशों में भेजा जाता है। अपर पुलिस अधीक्षक, सत्यसेन ने नेतृत्व में एस0टी0एफ0 की एक टीम गठित की गई। टीम को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि उत्तराखण्ड के कुछ तस्कर भारी मात्रा कछुओं की तस्करी के लिये इटावा आए है। वे यहा से कछुओं को पश्चिम बंगाल भेजने की तैयारी में लगे है। वे पश्चिम बंगाल एक वाहन से जाने वाले है। मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने वन विभाग की टीम को साथ शुक्रवार तड़के चार बजे चौबिया क्षेत्र के चौपाला पर एक वाहन को रोककर उस पर सवार चार लोगों से पूछताछ की।
उनके पास 327 कछुओ को बरामद किये गए । टीम ने इस मामले में अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार तस्करों ने अपना नाम इटावा के फ्रेन्डस कालोनी निवासी राम सरन प्रजापति उर्फ फौजी, गोपाल, उत्तराखंड के रूद्रपुर निवासी अनन्त तथा इटावा के सिविल लाईन निवासी रक्षपाल सिंह बताया। उनके पास से 327 कछुए, एक सफेद रंग की कार, पांच मोबाइल फोन, तीन अदद ड्राइविंग लाइसेन्स तथा 2,159 रूपये बरामद किये गए। टीम गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की रही है। बरामद कछुए वनविभाग को सौप दिए गए है।