अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और गैंगरेप के आरोप झेल रहे गायत्री प्रजापति रैली के दौरान मंच पर रो पड़े और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आने से पहले ही सभा छोड़कर चले गए। अमेठी में आज अखिलेश यादव की सभा होनी है।
तो इसलिए चले गए मंच से
ऐसा माना जा रहा है कि गायत्री को प्रजापति को मंच पर न बैठाना का फैसला लिया गया था। इसी फैसले का विरोध करते हुए गायत्री मंच से चले गए। उन्होंने रोते हुए जनता से कहा कि वह आम लोगों के बीच के हैं और जब तक चुनावों का परिणाम नहीं आ जाता तब तक वह चुनाव के किसी मंच पर नहीं बैठेंगे।
अखिलेश को करनी थी रैली
प्रजापित ने रोते हुए कहा कि मैं तो आज यहां पर सीएम अखिलेश यादव के साथ नहीं खड़ा रहूंगा। वह इतना कहकर मंच से उतर गए। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आज अमेठी में गायत्री प्रसाद प्रजापति के पक्ष में चुनावी सभा करनी है। उनका मुकाबला कांग्रेस की अमीता सिंह तथा बीजेपी की गरिमा सिंह के साथ होना है। यह दोनों ही अमेठी राजघराने की रानी हैं।
मोदी-अमित शाह ने रची साजिश
इतना ही नहीं गायत्री प्रजापति ने गैंगरेप मामले में आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनपर गैंगरेप का आरोप लगाकर अमित शाह और मोदी ने उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा है।
...और मंच से उतर गए प्रजापति
प्रजापति ने कहा कि 'जब 6 महीने पहले इस महिला ने आरोप लगाया तो मैंने सीएम से कहा था सीबीआई से जांच करा लीजिए। लेकिन बिना कोई इंतजार किए सुप्रीम कोर्ट में मामला दर्ज करवाया गया। उन्होंने ये भी कहा कि 'उस महिला ने ऐसे ही एक और व्यक्ति पर आरोप लगाया है। वो महिला बीजेपी की पूर्व सांसद है। प्रजापति ने आरोप लगाया कि मामला लेकर निचली अदालत या हाई कोर्ट नहीं गए सीधे सुप्रीम कोर्ट चले गए। मैं अदालत का सम्मान करता हूं मुझे न्याय मिलेगा ये कहते हुए प्रजापति मंच से उतर गए।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश
गौरतलब हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री गायत्री प्रजापति समेत पांच लोगों के खिलाफ लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में एफआईआर दर्ज हो गई। गायत्री प्रजापति समेत अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 511, 376 डी पॉक्सो एक्ट 3/4 में मामला दर्ज हुआ है।