नई दिल्ली। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाने पर चुनाव आयोग की सराहना करते हुए सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के आपत्तिजनक भाषणों पर भी रोक लगायी जानी चाहिए। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव आयोग ने आदित्यनाथ पर यह प्रतिबंध कांग्रेस की शिकायत पर लगाया है। कांग्रेस इसकी सराहना करती है और उम्मीद करती है कि इससे समाज में घृणा एवं वैमनष्य फैलाने वाले भाषणों पर रोक लगेगी।
चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार के दौरान बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती और आदित्यनाथ के भाषणों को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया है और उन पर क्रमश: 48 घंटे और 72 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध कल से लागू होंगे। उन्होने कहा कि चुनाव आयोग ने अच्छी शुरुआत की है और उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस की बाकी शिकायतों पर भी जल्दी कार्रवाई होगी। सिंघवी ने कहा कि नफरत के राग अलापने वालों पर पॉज बटन लग गया है। उन्होने मोदी और शाह के कई भाषणों का उल्लेख करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को अपनी अधिकारों का इस्तेमाल करना चाहिए और इन दोनों को भी समाज में वैमनष्य फैलाने वाले भाषण देने से रोकना चाहिए। कांग्रेस नेता ने मोदी और शाह तथा केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और व्यक्तिगत आपेक्ष करने के आरोप लगायें और कहा कि चुनाव आयोग को इन पर काईवाई करनी चाहिए।