देहरादून। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, हरिद्वार, अल्मोड़ा और नैनीताल में 78,56,268 मतदाता गुरुवार को होने वाले पहले चरण के मतदान में 52 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। पांचों सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला होने की संभावना है। हरिद्वार और नैनीताल सीटों पर बहुजन समाज पार्टी मुकाबले का तीसरा कोण बनने की कोशिश कर रही है। चुनाव आयोग ने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। आयोग ने राज्य की पांचों लोकसभा सीटों पर 112380 सरकारी कर्मचारी, पुलिस, सुरक्षाबल और होमगार्ड तैनात किए गए हैं। राज्य के 11229 मतदान केंद्रों के लिए 1766 पोलिंग पार्टियां मंगलवार को रवाना हो चुकी हैं, जबकि शेष 9463 मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां बुधवार को रवाना हुई। नेपाल से सटे अंतरराष्ट्रीय सीमा और उत्तर प्रदेश तथा हिमाचल से सटी अंतरराज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया है। यहां सीसीटीवी कैमरों के जरिये निगरानी की जा रही है। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल इन सीमाओं पर सघन जांच अभियान चला रहे हैं।
दो हेलीकॉप्टर भी वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रखे गए हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी सौजन्या ने बताया कि चुनावों में मतदान कराने के लिए पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी समेत कुल 67380 कर्मचारी तैनात किए गए हैं। हर बूथ पर दिव्यांग मतदाताओं को लाने के लिए रैंप, पेयजल व्यवस्था, बिजली, फर्नीचर, वेंटिंग रूम तथा शौचालयों की व्यवस्था की गई है। पोलिंग पार्टियों तथा मतदान सामग्री को लाने-ले जाने के लिए 8015 वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सभी पांच सीटों को 237 जोन तथा 1371 सेक्टर में बांटा गया है। कुल 11229 मतदान केंद्रों में से 697 बूथ अति संवेदनशील और 656 बूथ संवेदनशील घोषित किए गए हैं। 1180 बूथों की वेबकास्टिंग की जाएगी और 519 में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
प्रभारी आर्दश आचार संहिता के. के. पन्त ने बताया कि इसी क्रम में आज उडनदस्ता टीम व स्थैतिक निगरानी टीम द्वारा चैंकिंग के दौरान एनटीडी तिराहे के पास अप्लाइड फार वाहन बोलेरो से 4,04,700 की बरामदगी की गयी है। उक्त धनराशि को कब्जे में लेकर टीम द्वारा अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। शांतिपूर्वक मतदान कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने सख्त आदेश सुरक्षा बलों को दिये है । गौरतलब है कि चकराता विधानसभा क्षेत्र में 63 में से 57 पोलिंग बूथ अति दुर्गम क्षेत्रों में हैं। इनमें 39 पोलिंग बूथ ऐसे हैं, जहां तक पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को पांच से 15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा। चूंकि, इतनी दूर पोलिंग पार्टियों को तमाम निर्वाचन सामग्री लेकर चलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, लिहाजा इसके लिए कुलियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। इन कुलियों को 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी दी जाएगी। इसके अलावा अति दुर्गम इलाकों में पहुंचने के लिए खच्चर आदि का इस्तेमाल भी किया जाएगा।