अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को यहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रमुख सहयोगी दलों के शीर्ष नेताओं के साथ यहां एक रैली और लगभग चार किमी लंबा रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान अमित शाह ने गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, पीयूष गोयल, शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजयभाई रुपाणी, लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान आदि उपस्थित थे। शाह ने नामांकन के पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शीर्ष नेताओं के साथ अपने पूवर्वती विधानसभा क्षेत्र नाराणपुरा के सरदार पटेल चौक में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और वहां से घाटलोडिया के पाटीदार चौक तक भव्य रोड शो किया। बड़ी संख्या में लोगों ने शाह का फूलों और गुलाल की बौछार करके जबरदस्त स्वागत किया। जनसभा में राजग के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुटता दिखाई और विपक्ष पर तगड़ा हमला करते हुए कहा कि महागठबंधन अब लट्ठबंधन बन गया है जिसमें ना सोच है और न ही कोई नेता।
भाजपा को निकाल दूं तो जिंदगी में एक बड़ा शून्य
शाह ने कहा कि वह जो कुछ भी है वह पार्टी की ही बदौलत है तथा अगर उनकी जिंदगी से इसे निकाल दिया जाए तो केवल एक बड़ा शून्य ही बचेगा। उन्होंने कहा कि गांधीनगर सीट पर पीवी मावलंकर, लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसे लोग सांसद रहे हैं और उनका सौभाग्य कि इसी क्षेत्र से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वह देश के सबसे विकसित इस क्षेत्र में आडवाणी की विरासत को विनम्रता से आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। वह इस क्षेत्र के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्र के भी पांच बार विधायक रह चुके हैं।
अब हमारे बीच कोई मनमुटाव नहीं: ठाकरे
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी और भाजपा के बीच मनमुटाव एवं मतभिन्नता समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व हमारी सांस है। हिंदुत्व के आधार पर दोनों दल दिल से एक साथ हैं। हम सत्ता में आना चाहते हैं पर कुर्सी के दीवाने नहीं हंै। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई विचार नहीं है। विपक्ष की न सोच है और न ही नेता। उनके हाथ मिले हैं, दिल नहीं। उनमें टांग खिचाई शुरू हो चुकी है। ऐसे में कोई आगे नहीं बढ़ सकता है। वहीं प्रकाश सिंह बादल ने शाह को एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक संस्था बताया तथा कहा कि देश में उनसे बड़ा राजनीतिक अभियान कर्ता एवं संगठन कर्ता कोई नहीं है।
राजनाथ-पासवान ने भी गिनाई उपलब्धियां
राजनाथ सिंह ने कहा कि शाह पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की विरासत एवं उत्तराधिकार संभालने जा रहे हैं। उन्होंने संगठन में करिश्माई काम करते हुए जो कर दिखाया है वह कोई नहीं कर पाया। राजनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यों को गिनाया, जबकि पासवान ने कहा कि भाजपा की सरकार ने गरीबों दलितों का सशक्तिकरण किया। उन्होंने दलितों के लिए कामों का विवरण दिया और कहा कि 2019 में प्रधानमंत्री पद की खाली जगह नहीं है और विपक्ष को 2024 की सोचना चाहिए। पासवान ने कामना की कि सबसे ज्यादा अंतर से जीत दर्ज करने का उनका रिकार्ड शाह तोड़ें।