नए-नए शहरों, जगहों, और पहाड़ों की ऊंचाईयों पर घूमना भला किसे पसंद नहीं है, लेकिन ज्यादा घूमना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। एक रिपोर्ट्स के के मुताबिक लगातार यात्रा करना जेट लैग का कारण बन सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। जेट लैग कोई फिजकल प्राब्लम नहीं है, यह नए-नए वातारण के कारण हमारी बॉडी क्लॉक के बिगड़ जाने का परिणाम होता है। ज्यादा ट्रैवल करने से हमारी बॉड़ी क्लॉक गड़बाने के आसार ज्यादा होते हैं इससे शरीर में ट्यूमर बनने की आशंका रहती है।
दरअसल, जब हम एक जगह से दूसरे जगह यात्रा करते हैं तो हर जगह का वातावरण समान नहीं रहता है। बदलते वातावरण की वजह से जेट लैग जैसी बिमारी का शिकार होना पड़ता है। जेट लेग से पीड़ित व्यक्ति को नींद न आना, दिनभर जम्हाइयां लेना, बेवक्त भूख लगना, थकान- सिरदर्द, एकाग्रता की कमी, चक्कर व मितली आना, घबराकर उठ जाना वगैरह जैसी कुछ प्रॉब्लम्स से गुजरना पड़ता है। साथ ही यह शरीर के उन आंतरिक बॉडी क्लॉक के उन कोशिकाओं पर भी प्रभाव डालता है, जिनमें कैंसर को रोकने की क्षमता होती है।