चारों तरफ पहाड़ों की हरियाली हो, उन्ही पहाड़ों से गिरते खूबसूरत झरने हों, खिड़की खोलते ही उन्ही झरनों की कलकलाहत की मधुर ध्वनियां सुनने को मिलती हों…अगर आप ऐसा नजारा देखने की चाह रखते हैं तो इसके लिए आपको ‘भारत के स्कॉटलैंड’ जाना पड़ेगा। इस जगह को ईस्ट का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है। दरअसल, अगर आप खूबसूरत वादियों में घूमने के शौक़ीन है औत पूर्वोत्तर भारत नहीं गए तो समझो आपने कुछ नहीं देखा।
दरअसल, यहां स्थित मेघालय की राजधानी शिलांग एक बेहद खूबसूरत प्लेस है। इसे पूर्व का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है। यह इतना खूबसूरत है कि इसे आपको एक बार जरूर घूमना चाहिए। ये प्लेस घूमने वालों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। अगर आप हनीमून के लिए जाना चाह रहे हैं तो आपके इससे बेहतर जगह मिल ही नहीं सकती।
इसके पास कई झरने हैं, जो बहुत ऊंचाई पर स्थित है। यहां हाथी झरना बेहद प्रसिद्ध है। यहां से शिलांग शहर और आसपास के गांवों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। शिलांग से 56 किलोमीटर दूरी पर चेरापूंजी है। यह दुनिया का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान है। यह इतना खूबसूरत है कि यहां के रोमांचक नजारे आप जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे।
यहां की खूबसूरत झीलें और प्राकृतिक दृश्य आपका मन मोह लेंगे। यहां की उमियाम झील बेहद खूबसूरत है। यहां एक नहीं कई जलप्रपात हैं। शिलांग शहर से तकरीबन 8 किलोमीटर दूरी पर एलिफेंट फॉल एक चर्चित टूरिस्ट स्पॉट है। इस झरने का स्थानीय नाम ‘का कशैद लाई पातेंग खोहस्यू’ है।
शिलांग को ईस्ट का स्कॉटलैंड कहा जाता है। यहां की वास्तुकला और खान-पान में ब्रिटिश कल्चर की झलक नजर आती है। शिलांग में एक जगह नहीं बल्कि कई पर्यटन स्थल हैं। विशेष रूप से पार्क, वॉटर फाल यहां देखने लायक हैं।