कोच्चि से 140 किलोमीटर दूर मुन्नार को आप स्वर्ग का टुकड़ा कह सकते हैं। हालांकि यहां जाने के लिए आपको घुमावदार रास्तों से गुजरना पड़ेगा। रास्ते में थकान उतारने के लिए छोटे जलप्रपात आपके लिए हैं ही। बैठिये, नहाईए या फोटोग्राफी कीजिए।
चाय के बागान: अगर मुन्नार में देखने लायक कुछ है, तो यहां के खूबसूरत चाय बागान हैं। यह बागान पहाड़ के ढलानों के साथ उठते गिरते है।
इरवीकुलम राष्ट्रीय उद्यान : सबसे ऊंची पहाड़ी अनामुदी को देखना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय उद्यान जाए। यह राष्ट्रीय उद्यान करीब 97 वर्ग किमी में फैला है।
झील और डैम : हरे भरे पेड़ों व चाय बागानों से लदी पहाड़ियां और नीचे बहती झील का नजारा देखने में बहुत ही अच्छा लगता है। किसी पिकनिक स्पॉट पर जाना चाहते हैं, तो झील और डैम जरूर देखें। यहां पर इस इलाके में ढलानों पर कालीन की तरह बिछी हरी दूब देखकर आपके बहुत ही अच्छा लगेगा।
ईको प्वाइंट : यहां पर मुन्नार का सबसे ऊंचा बिंदु यानि टॉप स्टेशन भी है। आप यहां से चारों ओर फैली घाटी व झील के अद्भुत दृश्य को आसानी ले देख सकते है। मुन्नार से लगभग 18 किमी दूरी पर एक झील भी है।