नई दिल्ली। सानिया मिर्जा... भारत का गौरव... टेनिस सनसनी... स्टाइल आइकन... न्यूकमर ऑफ द ईयर... नंबर 1 प्लेयर ऑफ इन वूमंस डबल.... सानिया मिर्जा की इतनी खूबियां हैं, जिन्हें गिनवाने के लिए विशेषण कम पड़ जाएंगे। आज सानिया मिर्जा का 31वां जन्मदिन है। सानिया का जन्म 15 नवंबर 1986 को मुंबई में हुआ था, लेकिन उनका बचपन हैदराबाद में बीता। हैदराबाद से ही सानिया ने टेनिस की शुरुआत की. सानिया के टेनिस करियर ने अनेक उतार चढ़ाव और चुनौतियों का सामना किया है। कभी हिम्मत न हारने वाली सानिया युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रही हैं।
कम उम्र में ही सफलता के झंडे का गाड़ने वाली सानिया ने अपनी करियर की शुरुआत साल 1999 में की। उस समय सानिया की उम्र महज 14 साल थी, जब उन्होंने वर्ल्ड जूनियर टेनिस चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। साल 2000 में सानिया ने पाकिस्तान में खेले गए इंटेल जूनियर चैंपियनशिप जी-5 मुक़ाबले में सिंगल और डबल मुकाबले में जीत हासिल की। डबल मुकाबलों में सानिया की जोड़ी पाकिस्तान के जाहरा उमर खान के साथ थी।
निजी जीवन: 15 नवंबर 1986 को मुंबई में पैदा हुई सानिया मिर्जा ने जीवन में अनेक उतार चढ़ाव देखे हैं, लेकिन कभी हार न मानने वाली सानिया निरंतर टेनिस की दुनिया में नाम और शोहरत कमाती रहीं। उन्हें पद्मभूषण और पद्मश्री से सम्मानित किया गया। 2010 में सानिया ने क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी की। वह एक किताब भी लिख चुकी हैं-एस अगेंस्ट ऑड। सानिया ने अपने टेनिस के सफर में अनेक सर्जरी का भी सामना किया. पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ शादी रचाने के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी। तेलंगाना के एक नेता ने उन्हें पाकिस्तान की बहू तक कह दिया था।
उपलब्धियां: सानिया मिर्जा ने 9 वर्ष की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया। वह देश की पहली ऐसी महिला बनीं जिसने वुमन टेनिस एसोसिएशन का खिताब जीता। 2005 में उन्हें 'न्यूकमर ऑफ द ईयर' का खिताब मिला।निया मिर्जा अगस्त 2007 को सिंगल्स में करियर के सबसे हाई रैंक (27) पर पहुंचीं। अपने करियर में सानिया ने श्वेत्लाना कुजनेत्सोवा, वेरा जोवान्रेवा और मार्टिन बर्टली के साथ साथ पूर्व नंबर वन रहीं मार्टिना हिंगिस, दिनारा सफीना और विक्टोरिया अजरेन्का को पराजित किया है।
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सानिया मिर्जा का नाम अक्टूर में टाइम पत्रिका ने टॉप 50 हीरोज में शामिल किया। 2010 में सानिया मिर्जा का नाम इकॉनोमिक्स टाइम ने उन 33 महिलाओं में शामिल किया, जिन्होंने भारत का गौरव बढ़ाया। उनकी आत्म कथा एस अगेंस्ट ऑड को बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान और सलमान खान ने हैदराबाद में रिलीज किया था। सानिया को पद्मश्री और पद्म भूषण जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
ग्रैंड स्लैम: ग्रैंड स्लैम की बात करें तो सानिया ने सबसे पहले साल 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का मिक्स डबल्स खिताब जीता था इसके बाद साल 2012 में फ्रेंच ओपन मिक्स डबल्स का खिताब, 2014 में यूएस ओपन मिक्स डबल्स खिताब और 2015 में विंबलडन का युगल खिताब भी अपने नाम किया।
मेडल्स: सानिया मिर्जा ने एफ्रो एशियाई, एशियाई और कॉमनवेल्थ गेम्स खेलों को मिलाकर कुल 12 मेडल्स अपने नाम किए। एफ्रो एशियाई खेलों में सानिया ने कुल मिलाकर चार गोल्ड मेडल जीता है। एशियाई खेलों में सानिया ने एक गोल्ड, तीन सिल्वर और दो कांस्य जीते जबकि कॉमनवेल्थ गेम्स में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
स्टाइल आइकन: सानिया मिर्जा अपने बोल्ड स्टाइल की वजह से युवाओं में बेहद लोकप्रिय हैं। वह स्पोर्ट्स ब्रंड एडीडास की ब्रेंड एम्बेसेडर रही हैं। उनकी ड्रेसिंग सेंस और स्पंकी एटीट्यूट का हर कोई दीवाना है। सानिया चाहे परंपरागत भारतीय वह पहनें या वेस्टर्न ड्रेसेस उनकी खूबसूरती हमेशा बनी रहती है। जब सानिया ने टेनिस खेलना शुरू ही किया था किया तो उनकी कानों का बालियां और नाक की नथ काफी लोकप्रिय हुई।
विवाद: अपने करियर के दौरान अनेक बार सानिया मिर्जा विवादों में भी घिरीं। टेनिस मैचों के दौरान छोटी ड्रेस पहनने के लिए मुस्लिम संगठनों ने उनकी आलोचना की। एक मुस्लिम स्कॉलर ने तो उनके खिलाफ फतवा तक जारी कर दिया था। 2008 में तिरंगे के अपमान के भी उन पर आरोप लगे। कहा गया कि उन्होंने एक समारोह के दौरान तिरंग को पैरों से छुआ। इस मामले में उन पर केस भी दर्ज हुआ। लेकिन सानिया मिर्जा कभी किसी विवाद से विचलित नहीं हुई। सानिया ने हर कठिनाई खूबी से सामना किया और उनसे बाहर आती रहीं।