रोम। विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी रूस की मारिया शारापोवा ने कहा है कि निलंबन के बाद बड़े टूर्नामेंटों में खिताब के लिए खेलना चाहती हैं और फिर से नंबर तक पहुंचना उनका लक्ष्य है।
30 वर्षीय शारापोवा ने इटली ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पहले दौर में क्रिस्टीना मैक्हेल को 6-4 6-2 से हराने के बाद विंबलडन क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में जगह पक्की कर ली। डोपिंग के कारण 15 महीने का निलंबन झेल चुकीं रूसी खिलाड़ी मौजूदा रैंकिंग में काफी नीचे खिसक चुकी हैं। उन्हें गत वर्ष आॅस्ट्रेलियन ओपन में प्रतिबंधित मेलडोनियम पदार्थ के सेवन का दोषी पाया गया था।
पूर्व नंबर एक खिलाड़ी फिलहाल ग्रासकोर्ट ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने के इरादे से विभिन्न टूर्नामेंटों में खेल रही हैं ताकि उनकी रैंकिंग में सुधार हो सके। वहीं वर्ष 2004 में विंबलडन खिताब जीत चुकीं शारापोवा को फिलहाल इस टूर्नामेंट के लिए वाइल्ड कार्ड देने में आयोजकों को कुछ असहज महसूस हो रहा है और फिलहाल इसे लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है।
अप्रैल माह में निलंबन के बाद वापसी के बाद से शारापोवा को स्टटगार्ट, मैड्रिड ओपन और इटली ओपन में वाइल्ड कार्ड प्रवेश दिया गया है। शारापोवा ने यहां पत्रकारों से कहा- मुझे खुद से काफी उम्मीदें हैं क्योंकि जब आप बड़े टूर्नामेंट खेलते हैं और नंबर वन बनते हैं तो वह अहसास ही अलग होता है। वह अहसास आपके अंदर ही रहता है और आपको पता होता है कि वहां तक पहुंचने के लिए आपको क्या करना है।