असम। नेशनल लेवल पर तीरंदाजी में स्वर्ण पदक व दर्जनों मेडल्स जीतने वाली वुमन प्लेयर बुली बासुमैत्री का हाल देख आप भी चौंक जाएंगे। एक समय पर गोल्ड मेडल विजेता रहीं बुली बासुमैत्री आज हाईवे पर संतरे बेचकर पेट पालने पर मजबूर है।
मामला भारत के राज्य असम का है। जहां एक प्लेयर बुली बासुमैत्री बीते 3 वर्षो से चिरांग हाइवे पर संतरे बेचकर अपने परिवार का जीवन यापन कर रही हैं। ऐसा नहीं है कि बुली ने सरकार से मदद की गुहार नहीं लगाई, उन्होंने सरकार से सहायता मांगी पर कोई फायदा नहीं हुआ।
बासुमैत्री ने कहा - मैं बीते 3 साल से संतरे बेच रही हूं। मैंने नेशनल लेवल पर कई पदक जीते हैं। मैंने स्पोर्ट्स कोटे से असम पुलिस में नौकरी के लिए आवेदन भी किया था। लेकिन आज तक वो नौकरी मुझे नहीं मिल पाई। वहीं मामला मीडिया के पास पहुंचने के बाद राज्य सरकार की ओर से बासुमैत्री को मदद की बात कही जा रही है।
इस बारे में असम के खेल मंत्री पल्लब लोचन ने का कहना है कि अगले सप्ताह बासुमैत्री को कोच के पद पर नियुक्त कर लिया जाएगा। जिसके बाद में उन्हें कोचिंग की शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग के लिए पंजाब भी भेजा जाएगा। बता दें, सन् 2010 में किसी शारीरिक समस्या के कारण बासुमैत्री को तीरंदाजी छोड़नी पड़ गई थी। जिसके बाद से उनके जीवन का बुरा वक्त शुरू हो गया था। जिसके बाद अपने और अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए बुली ने संतरे बेचने का निर्णय लिया। बासुमैत्री की दो बेटियां भी हैं, जिनकी उम्र क्रमश: 2 व 3 साल है।