नई दिल्ली। भारत के महान टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति को डेविस कप टीम का नया गैर खिलाड़ी कप्तान बनाया गया है जो न्यू जीलैंड के खिलाफ पुणे में 3 से 5 फरवरी तक होने वाले एशिया ओशियाना जोन ग्रुप एक के मुकाबले में प्रभार लेंगे। न्यू जीलैंड के खिलाफ मुकाबला गैर खिलाड़ी कप्तान के तौर पर आनंद अमृतराज का आखिरी होगा। जीशान अली को कोच बरकरार रखा गया है। वह बाद में भी अपने पद पर बने रहेंगे।
हर किसी को मिले कप्तान बनने का मौका
एआईटीए महासचिव हिरण्यमय चटर्जी ने कहा, हर किसी को कप्तान बनने का मौका मिलना चाहिए। कोई पद किसी एक व्यक्ति के साथ हमेशा नहीं रहता। मैंने महेश से बात की और पूछा कि क्या वह उपलब्ध हैं। उन्होंने हां कहा। हम आनंद को विदाई मुकाबला देना चाहते थे। यह पूछने पर कि अमृतराज इस फैसले से खुश हैं, चटर्जी ने कहा, कोई जाना नहीं चाहता, लेकिन हर किसी को कप्तान बनने का मौका मिलना चाहिए। यह पूछने पर कि क्या खिलाड़ियों से इस बारे में पूछा गया था, उन्होंने कहा, यह उन्हें तय नहीं करना है। हम खिलाड़ियों से सलाह मशविरा नहीं करना चाहते। लिएंडर पेस से भी नहीं पूछा गया।
समय पर फैसला लेंगे
लिएंडर और महेश के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के इतिहास के बारे में पूछने और क्या भूपति को कप्तानी दिए जाने से पेस के लिए आगे की राह खत्म हो गई, तो चटर्जी ने कहा, जब समय आएगा तो हम इस पर फैसला कर लेंगे। जहां तक अनुशासन की बात है तो अमृतराज द्वारा खिलाड़ियों को दी गई ढील के साथ मीडिया में उनके विचार भी एक मुद्दा था तो एआईटीए के शीर्ष अधिकारी ने इससे इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा, समिति की बैठक में काफी चीजों पर चर्चा होती है, लेकिन मैं बता दूं कि हमें खिलाड़ियों से समर्थन के बारे में कोई पत्र नहीं मिला।
खास मांग नहीं रखी
चटर्जी ने कहा कि महेश भूपति ने कप्तानी को लेकर किसी भी चीज की विशेष मांग नहीं रखी और इस काम के लिए हामी भर दी। जहां तक पारिश्रमिक का संबंध है तो उन्हें डेविस कप के लिए दिए जाने वाले हमारे भुगतान के अनुरूप ही मेहनताना दिया जाएगा।