नई दिल्ली। टेनिस सर्किट में शानदार उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद ‘विवाद’ लिएंडर पेस के जीवन का हिस्सा रहे हैं। हालांकि पेस ने कहा कि मैं उन लोगों की चिंता नहीं करता, जो मेरे बारे में भौंकते रहते हैं। ओलिंपिक हो, एशियाई खेल या डेविस कप, पेस जब भी बड़े मंच पर भारतीय टीम से खेलते हैं तो खुद को विवादों से घिरा पाते हैं।
पेस ने कहा कि मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग मेरे बारे में क्या सोचते या कहते हैं। लोग भौंकेंगे, उन्हें भौंकने दीजिए। मैं अपना नाम इतिहास के पन्नों पर लिखने में व्यस्त हूं, जिसे कोई नहीं बदल सकता। उन्होंने कहा कि कॅरियर के इस हिस्से के कारण मेरे अधिकांश प्रतिद्वंद्वी मुझसे काफी जलते हैं।
वे शायद नहीं समझ पाएं कि 18 ग्रैंड स्लैम जीतने और 7 ओलिंपिक खेलने के लिए क्या करना पड़ता है। कुछ प्रतिस्पर्धियों को अगर आप 10 जन्म भी दोगे तो वह इसे हासिल नहीं कर पाएंगे। कड़ी मेहनत करने की जगह वह मुझे गिराना चाहते हैं।
प्रतिष्ठा बनाने में समय लगता है
पेस ने कहा कि मुझसे जलने वाले पर्दे के पीछे से गलत काम कर मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, जिससे कि लोगों का नजरिया बने की लिएंडर बुरा व्यक्ति है। प्रतिष्ठा बनाने में पूरा जीवन चला जाता है और इसे खत्म करने में सिर्फ एक सेकंड लगता है। उन्होंने कहा कि नफरत करने वालों की चिंता मत कीजिए।
आप अपना खेल खेलते हैं, अपनी लेन में दौड़ते हैं, दूसरे की लेन में मत जाइए। आधुनिक समय में सभी सुर्खियों में रहना चाहते हैं, हीरो बनना चाहते हैं। मैं अपनी दौड़ दौडूंगा। जब तक कोई जूनियर यह नहीं कह देता कि मैं हमेशा तुम्हें हरा रहा हूं, जब तब मैं ग्रैंड स्लैम जीतता रहूंगा। मैं खेलता रहूंगा। मुझे यह कमाना पड़ा है और अन्य को भी ऐसा ही करना होगा।
निजी जीवन में भी सफल रहा
पेस को अपने निजी जीवन में भी समस्याओं का सामना करना पड़ा। वह हाल में अपनी बेटी की कस्टडी को लेकर कानूनी पचड़े में फंसे और उनके रिश्ते टूटने के मामले भी सुर्खियां बने। पेस ने कहा कि मैं निजी जीवन में बेहद सफल रहा, लेकिन कुछ ऐसे लोग थे जो लालची थे। कभी-कभी आपको कड़ा होना होता है। लोग आपकी सौम्यता का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। मैं सीख रहा हूं कि जीवन में कुछ लोगों के साथ आपको मजबूत होना पड़ता है। मेरा मन साफ है।
सानिया के ट्वीट ने मचाया बवाल
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के ट्वीट ने भारतीय टेनिस जगत में बवाल मचा दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, एक जहरीले व्यक्ति से जीतने का एक ही तरीका है, खेलो ही नहीं। हालांकि सानिया का निशाना लिएंडर पेस हैं, क्योंकि पेस ने कहा था कि रियो ओलिंपिक में भारत के पास मिक्स्ड डबल्स में पदक जीतने का सुनहरा मौका था। मगर सही टीम का चयन नहीं हुआ।
भारत को 2017 डेविस कप में दूसरी वरीयता
भारतीय डेविस कप टीम को एशिया-ओसनिया ग्रुप एक में कजाखस्तान के बाद दूसरी वरीयता दी गई। ग्रुप एक में पांच और टीमें हैं, जो अगले सत्र में विश्व ग्रुप में जगह बनाने की कोशिश करेंगी। इसमें चीन, चीनी ताइपे, कोरिया गणराज्य, न्यूजीलैंड और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ ही घरेलू कोर्ट पर खेल सकती है। भारत ने न्यूजीलैंड को जुलाई 2015 में उसके कोर्ट पर 3-2 से शिकस्त दी थी और विश्व ग्रुप प्ले आॅफ के लिए क्वालिफाई किया था।