ज्योतिष के कहने पर कई बार लोग रत्न पहन लेते है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की अशुभता को दूर करने के लिए ग्रहों से संबंधित रत्नों को पहनने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों को गुस्सा ज्यादा आता है उन्हें मोती पहनने की सलाह दी जाती है।
मोती अमूमन सफेद रंग का होता है और इसे चंद्रमा का कारक माना गया है। चंद्रमा की कमजोर स्थिति में, कुंडली में चंद्र ग्रहण लग जाने पर या फिर अन्य ज्योतिष कारणों से भी यह सफेद मोती धारण किया जाता है। लेकिन मोती कई प्रकार के होते हैं जैसे अभ्र मोती, शंख मोती, शुक्ति मोती, सर्प मोती, गज मोती, बांस मोती, शूकर मोती और मीन मोती। अगर आपको मोती धारण करना है तो जान लें कुछ सावधानी। अगर आप मोती घरण कर रहे हैं तो 8 से 15 रत्ती का मोती चांदी की अंगूठी में जड़वा कर धारण करें। इस अंगूठी को सोमवार के दिन धारण करना चाहिए लेकिन धारण करने से ठीक एक रात पहले अंगूठी को दूध, गंगाजल, शहद, चीनी के मिश्रण में डालकर रात भर रखें। अगले दिन पांच अगरबत्ती चंद्रदेव को समर्पित करते हुए प्रज्जवलित करें और इस अंगूठी को अपनी कनिष्ठिका अंगुली में धारण कर लें।