मुम्बई। वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच वित्तीय घाटे के आंकड़े और पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के बाद बैंकिंग क्षेत्र पर बढ़ रहे दबाव से हताश घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को जमकर बिकवाली की, जिससे बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 162.35 अंक लुढ़ककर 34,184.04 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 61.45 अंक फिसलकर 10,492.85 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक रुख के अलावा कई घरेलू कारणों से निवेशकों की धारणा कमजोर हुई है जिससे शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन गिरावट में रहे। अप्रैल-जनवरी में वित्तीय घाटा 6.67 लाख करोड़ रहा जबकि गत वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 5.64 लाख करोड़ रुपए रहा था। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में 5.9 लाख करोड़ रुपए के अनुमानित वित्तीय घाटा लक्ष्य की घोषणा की थी लेकिन वित्तीय घाटा उससे कहीं अधिक हुआ है। इसके अलावा निजी क्षेत्र के बैंक आईसीआईसीआई ने भी यह खुलासा किया है कि उससे नीरव मोदी ने कोई रिण नहीं लिया है लेकिन उसने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में कथित रूप से संलिप्त गीतांजलि समूह को कार्यशील पूंजी रिण प्रदान किया है। बैंक के इस खुलासे और पीएनबीबी घोटाले में नित नयी कार्रवाई होने से बैंंिकग समूह दबाव में है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा भी लगातार तीसरे दिन टूटी है और निवेशक विनिर्माण गतिविधियों के फरवरी में सुस्त रहने की रिपोर्ट से भी हतोत्साहित हुए हैं। उपभोक्ता मांग सुस्त होने से धातु समूह के सूचकांक में सबसे अधिक गिरावट रही। विदेशी बाजारों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नये अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के बयान का असर हावी है।
एशियाई बाजार भी हुए धराशायी
पॉवेल ने अमेरिकी कांग्रेस में दिए अपने बयान में ब्याज दर बढ़ाए जाने की रफ्तार तेज करने के संकेत दिये हैं। ब्याज दर बढ़ने की स्थिति में निवेशकों का रूझान जोखिम भरी परिसंपत्ति में कम हो जाता है। इसी बीच चीन के सुस्त विनिर्माण आंकड़े से एशियाई बाजार भी धराशायी हो गए हैं। विदेशी बाजारों के गिरावट में रहने की खबर से सेंसेक्स गिरावट में 34,155.63 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 34,302.74 अंक के उच्चतम और 34,076.45 अंक के निचले स्तर को छूने के बाद यह गत दिवस की तुलना में 0.47 फीसदी लुढ़ककर 34,184.04 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की मात्र सात कंपनियां हरे निशान में अपनी जगह बना पायीं।
निफ्टी भी गिरावट में 10,488.95 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 10,5355.50 अंक के उच्चतम और 10,461.55 अंक के निचले स्तर को छूने के बाद गत दिवस की तुलना में 0.58 प्रतिशत फिसलकर 10,492.85 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 29 कंपनियां गिरावट में रहीं और शेष 21 में तेजी रही। बीएसई के 20 समूहों में से मात्र चार समूहों के सूचकांक में तेजी रही। बीएसई में कल 2,869 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1,123 कंपनियों में तेजी, 1,575 में गिरावट और 171 के भाव अपरिवर्तित रहे।
दिग्गज कंपनियों की तरह मंझोली कंपनियां भी दबाव में रहीं। हालांकि छोटी कंपनियों में लिवाली का जोर रहा। बीएसई का मिडकैप 0.23 प्रतिशत यानी 38.46 अंक गिरकर 16,562.59 अंक पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 0.21 प्रतिशत यानी 37.80 अंक की तेजी में 18,127.93 अंक पर बंद हुआ।