मुंबई। चालू वित्त वर्ष में नोटबंदी का अर्थव्यवस्था पर विशेष असर नहीं होने तथा दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 7.0 प्रतिशत रहने के साथ ही वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के बल पर घरेलू शेयर बाजार दो दिनों की गिरावट से उबरने में सफल रहा और इस दौरान सेंसेक्स 241 अंक और निफ्टी 66 अंक चढ़ने में सफल रहें। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 241.17 अंक चढ़कर 28984.49 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 66.20 अंक बढ़कर 8900 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 8945.80 अंक पर पहुंच गया।
इस दौरान बीएसई का मिडकैप 0.13 प्रतिशत अर्थात 17.34 अंक उठकर 13569.56 अंक पर और स्मॉलकैप 0.45 फीसदी अर्थात 62.01 अंक बढ़कर 13752.82 अंक पर रहा। सरकार ने मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद चालू वित्त वर्ष के आर्थिक विकास का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया जिसमें कहा गया कि नोटबंदी के बाद आर्थिक गतिविधियों में आयी सुस्ती के बावजूद चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है और नोटबंदी वाली तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 7.0 प्रतिशत दर्ज की गई है।
बाजार खुलते ही इसका असर दिखा और बीएसई का सेंसेक्स लिवाली के बल पर बढ़त के साथ 28849.04 अंक पर खुला। हालांकि भोजनावकाश के बाद यह दिवस के निचले स्तर 28824.17 अंक पर उतरा और इसके बाद शुरू हुयी लिवाली के बल पर यह 29 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर 29029.17 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। आखिर में यह कल के 28743.32 अंक की तुलना में 0.84 प्रतिशत अर्थात 241.17 अंक उछलकर 28984.49 अंक पर रहा।
इसी तरह से एनएसई का निफ्टी 25 अंकों की बढत लेकर 8900 अंक के स्तर के पार 8904.40 अंक पर खुला। हालांकि बिकवाली के कारण यह 8898.60 अंक के निचले स्तर तक लुढ़का और लिवाली के बल पर यह 8960.80 अंक के उच्चतम स्तर तक चढ़ा। अंत में यह पिछले दिवस के 8879.60 अंक की तुलना में 0.75 प्रतिशत अर्थात66.20 अंक बढ़कर 8945.80 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 3043 कंपनियों में कारोबार हुआ जिनमें से 1644 बढ़त में और 1202 गिरावट में रहें जबकि 197 पिछले दिवस के स्तर पर टिके रहें।