मुंबई। विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकतों और घरेलू स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली से बीएसई का सेंसेक्स 0.70 फीसदी यानी 198.76 अंक के उछाल के साथ साढ़े चार महीने के उच्चतम स्तर 28,439.28 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 0.69 फीसदी यानी 60.10 अंक चढ़कर 8,800 के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 8,801.05 अंक पर रहा। शेयर बाजार पर भी बजट का प्रभाव दिखा। बजट में किफायती आवास को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा दिए जाने की घोषणा से रियल्टी समूह में जबदरस्त उछाल रहा।
बजट से पहले इस क्षेत्र की कंपनियों पर नोटबंदी का दबाव था, लेकिन बजट में लोगों की खरीद क्षमता बढ़ाने के संबंध में किये गए उपायों से रियल्टी तथा अन्य सभी समूहों पर सकारात्मक असर पड़ा है। बजट के बाद से शेयर बाजार में लगातार तेजी बनी हुई है। रियल्टी, स्वास्थ्य तथा टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद समूहों में रही तेजी के दम पर सेंसेक्स 99.77 अंक की तेजी के साथ 28,340.39 अंक पर खुला। यही इसका दिवस का निचला स्तर भी रहा।
कारोबार के दौरान यह 28,487.28 अंक के उच्चतम स्तर को छूता हुआ गत दिवस की तुलना में 198.76 अंक ऊपर 28,439.28 अंक पर बंद हुआ जो 23 सितंबर 2016 के बाद का उच्चतम स्तर है। निफ्टी का ग्राफ भी सेंसेक्स की तरह ही रहा। यह 44.77 अंक की बढ़त के साथ 8,785.45 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 8,770.20 अंक के निचले और 8,814.10 अंक के उच्चतम स्तर को छूता हुआ गत दिवस की तुलना में 60.10 अंक चढ़कर 8,801.05 अंक पर बंद हुआ।
यह इसका भी 23 सितंबर 2016 के बाद का उच्चतम स्तर है। निफ्टी की 51 में से 33 कंपनियाँ बढ़त में और शेष 18 गिरावट में रहीं। बीएसई में बड़ी और छोटी कंपनियों की तुलना में मँझोली कंपनियों में लिवाली का अधिक जोर रहा। बीएसई का मिडकैप 1.10 प्रतिशत यानी 145.53 अंक चढ़कर 13,430.94 अंक पर तथा स्मॉलकैप 0.88 प्रतिशत यानी 117.62 अंक चढ़कर 13,539.72 अंक पर पहुँच गया। बीएसई में कुल 3,062 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,847 में लिवाली और 1,054 में बिकवाली का जोर रहा जबकि 161 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।