मुंबई। विदेशी कोषों की ओर से सतत निकासी और खुदरा निवेशकों द्वारा बिकवाली बरकरार रहने के बीच बंबई शेयर बाजार का सूचकांक में लगातार दूसरे सत्र में नुकसान जारी रहा और शुरआती कारोबार में 374 अंक टूटा।
आर्थिक वृद्धि के संबंध में कोई आश्चर्यजनक घटनाक्रम सामने नहीं आया क्योंकि कल जारी सरकारी आंकड़ों से स्पष्ट है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2015-16 की अक्तूबर-दिसंबर की तिमाही में 7.3 प्रतिशत रही। डालर के मुकाबले रपए में नरमी का भी रझान पर असर हुआ।
तीस शेयरों वाला सूचकांक 373.95 अंक या 1.53 प्रतिशत टूटकर 23,919.47 पर आ गया। सूचकांक में पिछले सत्र में 329.55 अंक टूटकर बंद हुआ था।
इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 7,300 के स्तर से नीचे आ गया। शुरुआती कारोबार में 106.55 अंक या 1.44 प्रतिशत टूटकर 7,280.55 पर आ गया।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी कोषों की ओर से सतत पूंजी निकासी के बीच किसी तरह के सकारात्मक संकेत के अभाव में रझान में नरमी रही।