मुंबई। मोदी सरकार के ‘‘पिछले कार्यकाल में अधूरे रहे’’ आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने संबंधी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान के बाद बैकिंग तथा वित्तीय कंपनियों में लिवाली से घरेलू शेयर बाजार बुधवार को शुरुआती गिरावट से उबरने में कामयाब रहे तथा बीएसई का सेंसेक्स नये रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। सेंसेक्स बीच कारोबार में 40,606.91 अंक की ऐतिहासिक ऊँचाई को छूने के बाद गत दिवस के मुकाबले 221.55 अंक यानी 0.55 प्रतिशत की बढ़त में 40,469.78 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 43.80 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की मजबूती के साथ 11,961 अंक पर बंद हुआ जो 11 जून के बाद का इसका उच्चतम स्तर है।
बीच कारोबार में यह 12 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर पर को पार कर 12,002.90 अंक तक पहुँचने में कामयाब रहा। इस साल 11 जून के बाद यह पहला मौका है जब निफ्टी 12 हजार अंक के पार पहुँचा है। श्रीमती सीतारमण के बयान के बाद निजी बैकिंग तथा वित्तीय कंपनियों में लिवाली तेज हो गयी। रियलिटी, बैकिंग और वित्त समूहों में सबसे ज्यादा बढ़त रही। सेंसेक्स की कंपनियों में आईसीआईसीआई बैंक के शेयर ढाई प्रतिशत से अधिक चढ़े। एचडीएफसी और इंडसइंड बैंक में करीब पौने दो फीसदी, एचडीएफसी बैंक में करीब डेढ़ फीसदी और टाटा मोटर्स में सवा प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी गयी। भारती एयरटेल ने सवा तीन प्रतिशत से अधिक का नुकसान उठाया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, ओएनजीसी और मारुति सुजुकी के शेयर भी एक फीसदी के करीब टूटे। सेंसेक्स 63.62 अंक की बढ़त में 40,311.85 अंक पर खुला और खुलते ही लाल निशान में चला गया। दोपहर से पहले यह 40,037.53 अंक तक उतर गया। हालाँकि बाद में बड़ी कंपनियों में लिवाली होने से यह हरे निशान में लौटने में कामयाब रहा। बीच कारोबार में 40,606.91 अंक के ऐतिहासिक स्तर को छूने के बाद यह गत दिवस की तुलना में 221.55 अंक ऊपर 40,469.78 अंक के नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 16 कपंनियाँ हरे निशान में और शेष 14 लाल निशान में रहीं।