मुंबई। विदेशों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच बैंंिकग के साथ धातु, आईटी तथा टेक समूहों की कंपनियों में बिकवाली से घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को लगातार चौथे दिन लुढ़कते हुये करीब दो सप्ताह के निचले स्तर पर आ गये। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 198.54 अंक यानी 0.52 प्रतिशत लुढ़ककर 38,106.87 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 46.80 अंक यानी 0.41 प्रतिशत की गिरावट में 11,313.10 अंक पर बंद हुआ। यह दोनों प्रमुख सूचकांकों का 20 सितंबर के बाद का निचला स्तर है। मझौली और छोटी कंपनियों में भी बिकवाली का जोर रहा, हालाँकि इनमें बिकवाली कुछ कम रही।
बीएसई का मिडकैप 0.30 प्रतिशत टूटकर 13,844.48 अंक पर और स्मॉलकैप 0.38 प्रतिशत की गिरावट में 12,910.18 अंक पर बंद हुआ। येस बैंक के शेयरों में पिछले कई दिनों से जारी गिरावट के बारे में स्पष्टीकरण के बाद आज कंपनी के शेयर करीब 33 प्रतिशत चढ़ गये और वह सेंसेक्स में सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनी रही। टाटा मोटर्स के शेयर भी छह फीसदी से ज्यादा चढ़े।
धातु समूह पर सबसे ज्यादा दबाव रहा। इस कारण सेंसेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाली दो कंपनियाँ वेदांता और टाटा स्टील रहीं। वेदांता के शेयर साढ़े चार फीसदी से अधिक और टाटा स्टील के करीब साढ़े तीन प्रतिशत टूटे। बीएसई में कुल 2,651 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,532 कंपनियों के शेयर गिरावट में और 962 के बढ़त में रहे जबकि 157 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित रहे।