अमृतसर। झारखंड में पांच रंगकर्मी लड़कियों के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के विरोध में इपटा और रेड आर्ट के नेतृत्व में चंडीगढ़ के नाट्यकर्मी और विद्यार्थी संगठनों ने चंडीगढ़ में रोष प्रदर्शन किया। इपटा की ओर से सोमवार को यहां जारी बयान में नाटक निर्देशक संजीवन सिंह ने बताया कि झारखंड में पांच रंगकर्मी लड़कियों के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के खिलाफ इपटा पंजाब और रेड आर्ट के नेतृत्व में पंजाब विश्वविद्यालय के विद्यार्थी संगठन एसएफएस, चण्डीगढ़ स्कूल आफ नाटक, रूपक कला मंच, भोर कला केंद्र, थियेटर हाउस वेलफेयर एसोसिएशन आफ स्टेज, लोक कला केंद्र, आदि के सैकड़ों कलाकारों ने चंडीगढ़ के नीलम सिनेमा के समक्ष रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि समाज में हर किस्म का अपराध बहुत ही खतरनाक हद तक बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि लच्चरता, अश्लीलता, हिंसा और नशे को उत्साहित करती गायिकी अपराध के लिए जिम्मेवार है। झारखंड के पत्थलगड़ी क्षेत्र के स्कूल में मानवीय तस्करी और अन्य सामाजिक कुरीतियों की तरफ लोगों को सचेत करते नुक्कड़-नाटक करने गयी नाटक-मंडली की पाँच रंगकर्मी लड़कियों का गुंडों क साथ सामूहिक बलात्कार कर उनकी वीडियो बनाई गई। इस गंभीर अपराध के बाद कई दिनों तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। उल्टा पुलिस ने शिकायत करने वालों के साथ बदसलूकी की। इस अवसर पर नाटककार और नाटक-निर्देशक पाली भूपिन्दर ने कहा ऐसी घटनाएँ लड़कियों और उनके परिवारों को रंगमंच के प्रति उदासीन करेंगी। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।