रायपुर। वनाधिकार पट्टे समेत कई मांगों को लेकर लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी(लोसपा)का से यहां अनिश्चितकालीन धरना शुरू हो गया है। लोसपा के राष्ट्रीय संरक्षक रघु ठाकुर की उपस्थिति में हजारों आदिवासी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है। ठाकुर ने पत्रकारों को बताया कि धमतरी जिले में सिहावा नगरी भूमि आन्दोलन का निराकरण करते हुए 1987 में शासन के साथ हुए समझौते का पालन कर सम्बधित ग्रामों के लोगो को अधिकार पट्टा देने,नगरी एवं मगरलोड क्षेत्र में वनभूमि पर काबिज 2005 के पूर्व के कब्जाधारियों को भी वन अधिकार पट्टा दिए जाने तथा सेढूर,गंगरेल .माडमसिल्ली दुधावा बांधों के नहरों के विस्तार कर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की मुख्य मांगे है।
उन्होने बताया कि लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व भी वनाधिकार पट्टे की मांग को लेकर आदिवासियों ने धरना दिया था,लेकिन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के स्पष्ट आश्वासन के बाद उसे समाप्त किया गया था।इसके बाद कई बैठके हुई एवं तत्कालीन मुख्य सचिव विवेक ढांड ने मांग को जायज भी बताया था,लेकिन फिर भी इसका समाधान नही निकल सका।
ठाकुर ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में नौकरशाही बेलगाम हो चुकी है और मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश को नजरदांज कर रही है।मुख्यमंत्री के आदेश को नही मानने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नही होना और ज्यादा शर्मनाक है। उन्होने कहा कि मांगे पूरी होने तक धरना जारी रहेगा।धरने में आने वाले आदिवासी महिला पुरूष 24घंटे धरनास्थल पर डटे रहेंगे। ठाकुर ने धरने को समर्थन देने पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरविन्द नेताम एवं पूर्व विधायक वीरेन्द्र पाण्डेय के प्रति भी आभार व्यक्त किया।