नई दिल्ली। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मुरथल कांड को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान एमिकस क्यूरी अनुपम गुप्ता ने मुरथल में 9 रेप होने की बात कहकर सनसनी मचा दी है। गुप्ता ने कोर्ट को बताया कि जाट आरक्षण आंदोलन की जांच के लिए गठित प्रकाश सिंह कमेटी के सदस्य आईएएस विजय वर्धन से उन्हें यह जानकारी दी थी। विजय वर्धन को यह जानकारी कमेटी के दूसरे सदस्य हरियाणा के पूर्व डीजीपी के पी सिंह से मिली थी।
उन्होंने सवाल किया कि अगर मूनक नहर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जा सकती है तो मुरथल गैंगरेप मामले की जांच क्यों नहीं। अनुपम गुप्ता ने बताया कि इस बारे में जब कोर्ट को मैंने बताया था तो विजय वर्धन ने दबाव में इससे इंकार कर दिया था। हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के कहने मैंने विजय वर्धन से बात की थी। हाईकोर्ट ने कहा कि यह बेंच पहली बार यह केस सुन रही है और ऐसे में पिछले सभी आदेशों को पढ़ने के बाद वो इस पर सुनवाई करेगी।
वीरवार को मामले की सुनवाई आरंभ होते ही एमिकस क्यूरी अनुपम गुप्ता ने कहा कि मुरथल गैंग रेप मामले में सरकार का रुख अब भी नकारात्मक है। वह रेप की घटना को स्वीकार करने को तैयार ही नहीं हैं। अनुपम गुप्ता ने आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज एफआईआर का हवाला देते हुए कहा कि इतने बड़े पैमाने पर अनट्रेस रिपोर्ट इसकी गवाही दे रही है कि सरकार कुछ करना ही नहीं चाहती।