पटना/लखनऊ। बिहार, उत्तरप्रदेश और असम में बारिश और बाढ़ के चलते लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। बिहार में बाढ़ की स्थिति लगातार भयावह बनी हुई है। अब तक मरने वालों की संख्या 70 हो चुकी है, लेकिन सरकार सिर्फ 41 की ही पुष्टि कर रही है। बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को नीतीश कुमार से बात की है। बताया जा रहा है कि 12 जिलों के 65.37 लाख लोग बाढ़ की जद में हैं। बाढ़ से अररिया में 20, किशनगंज में पांच, पूर्वी चंपारण ने तीन, पश्चिमी चंपारण में तीन, दरभंगा में तीन, सीतामढ़ी में 6 और मधुबनी में एक व्यक्ति मौत की पुष्टि हुई है। वहीं 12 जिलों के 84 प्रखंड के 889 पंचायत के 65.37 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से निकाले गए एक लाख 82 हजार 420 लोग निकाल लिए गए हैं। इनमें से 48120 लोगों 254 राहत शिविर में रखा गया है।
बाढ़ का ऐसा रौद्र रूप लोगों ने 1987 और उससे पहले भी नहीं देखा होगा। बाढ़ प्रभावित इलाकों में युद्धस्तर पर राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ की 22 टीम, जिसमें 949 जवान एवं 100 नौका, एसडीआरएफ की टीम जिसमें 42 जवान और 82 नौका, सेना के 630 जवान एवं उनकी 70 नौकाओं को लगाया गया है। वहीं कटिहार मंडल के किशनगंज और हटवार स्टेशनों के बीच पुल संख्या 117 पर पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण इस खंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है। 33 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है तथा 11 को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है।