पटना। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने होटल के बदले भूखंड मामले में सीबीआई की प्राथमिकी पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से जनता की अदालत में सफाई देने को लेकर प्रदेश में सत्तासीन महागठबंधन (जदयराजदकांग्रेस) सरकार के घटक दलों में जदयू और राजद में जारी गतिरोध पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की स्थिति अपहृत विमान के पायलट जैसी हो गई है।
सुशील ने यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया कि नीतीश कुमार को महागठबंधन की ड्राइविंग सीट (मुख्यमंत्री पद) सौंपने पर राजद ने पहले आनाकानी की और अब वह चाहती है कि गाडी भ्रष्टाचार के गहरे गड्ढों वाली सड़क पर उतार दी जाए। उन्होंने कटाक्ष किया कि ड्राइवर (मुख्यमंत्री) की हालत अपहृत विमान के पायलट जैसी हो गई है। राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कल कहा था कि महागठबंधन रूपी गाडी की चालक के सीट पर बैठे नीतीश कुमार की जिम्मेदारी है
कि वे घटक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने बातचीत कर महागबंधन को एकजुट रखें। सुशील ने लालू और उनके परिवार पर करीब एक हजार करोड रूपए की 'बेनामी संपत्ति ' होने का दावा किया था तथा होटल के बदले भूखंड मामले में तेजस्वी के खिलाफ सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने पर उनके इस्तीफे की मांग पर अडे हुए हैं। बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील ने आरोप लगाया कि 26 साल की उम्र में 26 बेनामी सम्पति अपने नाम कराने वाले तेजस्वी यादव के समर्थन में राजद का नया कुतर्क यह है
कि सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार जारी है, इसलिए इस मुद्दे पर जीरो टालरेंस की बात करना दिखावा है। उन्होंने पूछा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद बताये कि अगर समाज में गरीबी, शोषण और सामाजिक अन्याय जारी है, तो क्या उसके खिलाफ संघर्ष नहीं होना चाहिए। सुशील ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने बेनामी संपत्ति जमाकर परिवार की सात पीढियों का इंतजाम कर लिया
वे विकास में तेजी लाकर रोजगार सृजन की नीतियों का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अर्न्ताष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में नोटबंदी आर्थिक सुधार और ढांचागत निवेश बढने से 2018 तके जीडीपी की विकास दर 7.7 रहने का अनुमान है जिससे युवाओं को रोजगार के काफी अवसर मिलेंगे।