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इस साल आम आदमी को नसीब नही होगा 'आम'

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Apr 28 2017 12:09PM | Updated Date: Apr 28 2017 12:09PM
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बस्ती। उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिले (पूर्वांचल) के आम आदमी को  इस साल आम नसीब नहीं हो पाएगा क्योंकि केवल पांच से दस प्रतिशत ही पेडों आम लगा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बस्ती मंडल के जिले बस्ती, सिद्धार्थनगर,संतकबीरनगर,गोरखपुर, मंडल के जिलो गोरखपुर , कुशीनगर, देवरिया, महरागंज, आजमगढ़, मंडल के जिले आजमगढ़ बलिया, मऊ, इलाहाबाद, मंडल के जिले कौशाम्बी, इलाहाबाद, फतेहपुर, प्रतापगढ़, अम्बेडकरनगर,बाराबंकी,सुल्तानपुर,मिर्जापुर, मंडल के जिलो मिर्जापुर, संतरविदासनगर, सोनभद्र-,बाराणसी गंडल के जिलो-वाराणसी, चन्दौली गांजीपुर, जौनपुर, देवीपाटन मंडल के गोण्डा, बलरापुर,बहराईच, श्रावस्ती,जिलों में इस वर्ष आम की फसल बहुत कम है।
 
इस क्षेत्र के नागरिको का मानना है कि लगभग 30 वर्षो के बाद इस बार आम की फसल इतनी कम आई है। आम की फसल कम आने के कारण बाहर से जो आम आएगा वह मंहगा बिकेगा उसे आम आदमी खरीद कर नहीं खा पाएगा। उत्तर प्रदेश में पिछले वर्ष 35 लाख टन से भी अधिक आम का उत्पादन हुआ था। प्रदेश में ढाई लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की बागवानी होती है। पिछले वर्ष पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी आम की फसलें अच्छी थी।
 
उत्तर प्रदेश के ख्यति प्राप्त औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र बस्ती के संयुक्त निदेशक डॉ. आर. के. तोमर ने आम की कम फसल आने के कारणो पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आम की फसल एक साल के अन्तराल पर फलता है पिछले वर्ष आम की अच्छी फसल थी। इसी कारण इस वर्ष कम फल आया है दुसरा प्रमुख कारण वे बताते है आम में बौर लगने के समय जनवरी फरवरी माह  मे मौसम अनुकूल नहीं था इस कारण आम के पेड़ो में बौर की जगह पत्तिया निकल आयी।
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