इंदौर। चिकित्सा के क्षेत्र में लोगों की 68 साल सेवा करने वाली इंदौर की स्त्री रोग विषेक्षज्ञ डॉक्टर भक्ति यादव को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया है।
यह सम्मान पत्र उन्हें राष्ट्रपति के हाथों प्राप्त होना था, लेकिन उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से गुरूवार को उन्हें उनके घर पर यह सम्मान प्रदान किया गया। इस मौके पर प्रभारी एवं वित्त मंत्री के साथ ही महापौर और कलेक्टर ने भक्ति यादव को यह सम्मान प्रदान किया।
92 साल की डॉक्टर भक्ति यादव लंबे असरे से शहर के मील क्षेत्र में रहकर महिलाओं से संबंधित रोगों का इलाज कर रही है..डॉक्टर भक्ति यादव के नाम पर सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं की सामान्य प्रसुती करने का रिकार्ड भी है..उम्र के इस पढ़ाव में भी डॉक्टर भारती यादव महिलाओं को इलाज करती रही है..डॉक्टर भारती यादव इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज की पहली महिला छात्रा रही है।
24 जनवरी को डॉक्टर भारती यादव को पद्मश्री मिलने के घोषणा केन्द्र सरकार व्दारा की गई थी। 30 मार्च को दिल्ली के राजभवन में राष्ट्रपति के हाथों उन्हें यह सम्मान प्राप्त होना था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते भक्ति यादव समारोह में शामिल नहीं हो सकी। एेसे में सरकार ने कलेक्टर के माध्यम से भक्ति यादव तक पद्मश्री सम्मान व प्रश्स्ति पत्र पहुंचाया। इस मौके पर प्रदेश के वित्त मंत्री जंयत मलैया और महापौर मालिनी गौड़ भी उपस्थित थी।
पद्मश्री सम्मान प्राप्त करने वाली भक्ति यादव का स्वास्थ्य इस समय बेहद खराब बताया जा रहा है। हांलाकि बीमारी की इस स्थिति के बाद भी वे हमेशा की तरह लोगों को अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने की ही सलाह दे रही है।
कलेक्टर पी. नरहरि ने कहा कि डॉक्टर भक्ति यादव का पूरा जीवन गरीबों की सेवा में समर्पित रहा है। वैसे तो यह सम्मान राष्ट्रपति के हाथों दिया जाना था, लेकिन इतना बड़ा सम्मान उनके हाथों भक्ति यादव तक पहुंचाने का मौका उन्हें मिला, यह उनके लिए बड़े सम्मान की बात है।
डॉक्टर भक्ति यादव को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किए जाने से उनका पूरा परिवार खासा खुश है। हांलाकि यह सम्मान उन्हें कुछ सालों पहले मिलता तो शायद इसकी खुशी और भी ज्यादा होती।