लखनऊ। समाजवादी पार्टी में बढ़ती आपसी कलह को देखते हुए मुलायम सिंह यादव सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मुलायम से कहा- नेताजी पार्टी को बचा लीजिए। कार्यकर्ताओं की इस बात को सुनकर मुलायम सिंह ने कहा कि मैंने बहुत कोशिश की, अखिलेश मेरी नहीं सुनते। मुलायम ने अपना दर्द बताते हुए कहा- अखिलेश यादव को मैंने तीन बार बुलाया लेकिन आए और बिना मेरी बात सुने चले गए।
मुलायम का दर्द
मुलायम ने कहा - मैंने अपनी तरफ से हर कोशिश की। अपना पक्ष रख दिया है। अब 4 बजे के पहले चुनाव आयोग का फैसला आएगा। मैंने कई कोशिशे की है तीन बार अखिलेश को बुलाया लेकिन मुझे बिना सुने उठकर चला गया। चुनाव आयोग जो फैसला करेगा स्वीकार होगा, आप लोग मेरा दो।
रामगोपाल के इशारे पर काम कर रहे अखिलेश
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा- मेरा बेटा दूसरे के हाथों में खेल रहा है, रामगोपाल के इशारे पर काम कर रहा है। आप से अपील है की आप मेरा साथ दें। जनता के बीच संदेश गया हैं कि अखिलेश मुसलमान विरोधी है, उनके प्रत्याशियों की सूची में मुस्लमान कम है।
बीबी-बच्चे की कसम दी तो मिलने आए
मुलायम ने कहा- अखिलेश को कई बार बुलाया लेकिन नहीं आए, जब बीबी बच्चों की कसम दी तो मिलने आया और एक मिनट मिलकर चला गया। रामगोपाल ने पार्टी को बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ी।