जालंधर। आम आदमी पार्टी के निलंबित सदस्य और चंदा बंद सत्याग्रह के संयोजक डॉ. मुनीश रायजादा ने आप पर वित्तीय पारदर्शिता के नाम पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से मामले की जांच करने की मांग की है। डॉ. रायजादा ने बताया कि पार्टी वित्तीय मामलों में 100 फीसदी पारदर्शिता बरतने तथा मिलने वाले चंदे की पाई पाई का हिसाब वेबसाइट पर अपलोड करने का दावा करती है लेकिन हकीकत इससे अलग है।
उन्होंने बताया कि पार्टी जून 2016 के बाद से चंदा देने वालों का नाम वेबसाइट पर नहीं डाला गया है तथा दानदाताओं की सूची को वेबसाइट से हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि पार्टी की गलत नीतियों के खिलाफ वह दिसंबर 2016 से चंदा बंद सत्याग्रह चला रहे हैं। शिकागो में डॉक्टर रहे रायजादा ने बताया कि उन्होने विदेशों में लोगों से चंदे के माध्यम से पार्टी के लिए फंड जुटाने में अहम भूमिका अदा की है।
लेकिन अरंविद केजरीवाल द्वारा लालू प्रसाद यादव को समर्थन देने का विरोध करने पर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि ज्यादातर चंदा अमेरिका और कनाडा से इक्टठा किया गया है लेकिन कानून अनुसार राजनीति पार्टियां विदेशी नागरिकों से चंदा नहीं ले सकती इसलिए यह चंदा गैरकानूनी तरीके से हवाला के जरिए भारत भेजा गया।