नई दिल्ली। उप्र में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती हैं। एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि मायावती के भाई आनंद कुमार के द्वारा चलाई जा रही कंपनियों ने महज सात साल के भीतर 18 हजार प्रतिशत का मुनाफा कमाया है। इन सात सालों के दौरान पांच सालों तक (2007-2012) तक मायावती सूबे की मुख्यमंत्री थीं। रिपोर्ट का कहना है कि यह मामला अब आयकर विभाग की जांच के घेरे में है। आईटी डिपार्टमेंट आनंद कुमार की 1300 करोड़ रुपए की संपत्ति की जांच कर रहा है।
फर्जी कंपनियां चलाकर कमाई मोटी रकम
रिपोर्ट में कहा गया कि जांच से इस बात का खुलासा हुआ है कि मायावती के भाई द्वारा फर्जी कंपनियां चलाई जाती थीं। ऐसी ही एक कंपनी का नाम दीया रिअल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड है जिसने सात साल के भीतर 45257 प्रतिशत का मुनाफा कमाया है। मायावती के भाई के खिलाफ यह खुलासा तब हुआ है जब इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मायावती के भाई के अकाउंट में 1.43 करोड़ और बसपा से जुड़े एक खाते में 104 करोड़ रुपए जमा होने का पता लगाया था। रिपोर्ट के मुताबिक, ये पैसे 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद खातों में जमा किए गए। इस बात का भी शक जताया गया है कि बसपा और मायावती के भाई के खातों में हवाला लेनदेन के जरिए पैसा पहुंचा।
अब पता चला नोटबंदी का क्यों किया विरोध
इस रिपोर्ट के बाद भाजपा ने मायावती पर हमला बोला है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, अब हमें इस बात का पता चल गया है कि नोटबंदी की घोषणा के बाद मायावती क्यों लगातार विरोध जता रही थीं।