नई दिल्ली। बेंगलुरू के पॉश इलाके में 31 दिसंबर की रात नए साल के आगमन पर पार्टी के दौरान महिलाओं से छेड़छाड़ की घटना पर राज्य के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम के लिए युवाओं के रहन-सहन के पश्चिमी तौर-तरीकों को जिम्मेदार बताया है। गृहमंत्री ने कहा की ऐसी घटनाएं तो नए साल और क्रिसमस के मौके पर होती रहती है।
परमेश्वर की इस्तीफे की मांग
परमेश्वर के बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने उनसे इस्तीफे की मांग की है। सरकार से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने मंत्री से पूछा कि क्या भारतीय पुरुष इतने कमजोर हैं कि वे महिलाओं को पश्चिमी ड्रेस में देखकर बेकाबू हो जाते हैं। राज्य महिला आयोग ने भी मामले की रिपोर्ट मांगी है।
हम इसकी जांच करेंगे
गृहमंत्री ने कहा- युवा जो लगभग पश्चिमी रंग में रंगे हैं। पश्चिम लोगो की नकल के प्रयास में रहते है न सिर्फ सोच-विचार में बल्कि कपड़े पहनने के तरीके में भी। गृहमंत्री कहा- यह सही नहीं है। हम इसकी जांच करेंगे और ध्यान रखेंगे की ऐसी गलती दोबारा ना हो उन्होंने कहा कि यह देखने की जरूरत है कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किस प्रकार हो और उन्हें कैसे नियमित किया जाएं हम एक समय में 10,000 पुलिसकर्मियों को तैनात नहीं कर सकते।
1,500 पुलिसकर्मी थे तैनात
सूत्रों के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 31 दिसंबर की रात भीड़ नियंत्रित करने के लिए 1,500 पुलिसकर्मी तैनात थे, इसके बावजूद असामाजिक तत्वों ने महिलाओं के साथ छेड़खानी की और उन पर अश्लील टिप्पणियां भी कीं। उनके मुताबिक पार्टी में अकेले आई महिलाओं को वहां मौजूद महिला पुलिसकर्मियों की सहायता लेनी पड़ी और पुरूषों को अपने साथ आई महिलाओं को सुरक्षित ले जाने के दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ा।