पटना। बिहार के चर्चित इंटर मेरिट टॉपर्स घोटाले में कला संकाय की फर्जी टॉपर रूबी राय ने कई चौकाने वाले खुलासे किए है। रूबी ने स्वीकार किया है की उसने अपनी उत्तर पत्रिका नही लिखी थी। उसने यह भी कहा की वह सेकंड डिवीज़न में पास होना चाहती थी मगर उसके चाचा बच्चा राय जो बिशुनराय कॉलेज के प्राचार्य है उन्होंने टॉप करा दिया। बच्चा राय रूबी के पापा के ख़ास दोस्त है। रूबी राय और विकास चंद्रा को 8 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया गया है।
बच्चा राय ने मुझे टॉप करा दिया
एसआईटी की पूछताछ में रूबी रविवार को भावुक हो गई। उसने जांच कर रही टीम से कहा कि 'सर, कम से कम सेकेंड डिवीजन से पास करवा दीजिए। मुझे फर्स्ट डिवीजन नहीं चाहिए। मैंने एग्जाम दिए थे। सेंटर पर रोज जाती थी।' पूछताछ के दौरान टॉपर घोटाले में खुद के साथ ही अपने परिवार का भी बचाव करने की कोशिश की। रूबी ने कहा कि बच्चा राय ने मुझे टॉप करा दिया। उसके पापा बच्चा राय से मिलते थे पर टॉप नहीं कराना चाहते थे। इसके लिए कभी बातचीत नहीं हुई थी। वे मेरे रिश्तेदार नहीं हैं।
इन्होंने किया टॉप, नहीं था बेसिक नॉलेज
इंटर आर्ट्स और साइंस के रिजल्ट में वैशाली के वीआर कॉलेज के स्टूडेंट सौरभ श्रेष्ठ, राहुल कुमार और रूबी राय ने टॉप किया था। एक टीवी चैनल ने साइंस टॉपर सौरभ और आर्ट्स टॉपर रूबी राय का स्टिंग किया।
वीडियो फुटेज में रूबी राय पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस कहती हुई सुनी गई। सौरभ को साइंस का बेसिक नॉलेज तक नहीं था। इस केस में वीआर कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय और बिहार बोर्ड के पूर्व डायरेक्टर लालकेश्वर प्रसाद सिंह दोनों जेल में बंद हैं।