नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम वेंकेया नायडू ने युवाओं से सक्रिय रुप से सार्वजनिक जीवन में हिस्सा लेने का आभान करते हुए गुरुवार को कहा कि राजनीति, जनसेवा और सामाजिक-आर्थिक बदलाव लाने का एक सशक्त माध्यम है। नायडू ने यहां छात्र संसद को सम्बोधित करते हुए कहा कि अब बड़ी संख्या में युवा राजनीति में विशेष रूचि दिखाने के साथ-साथ देश से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि गरीबी, निरक्षरता और अन्य सामाजिक बुराईयों को समाप्त करने के लिए एक देशव्यापी आंदोलन की जरूरत है। युवाओं को समाज में भ्रष्टाचार और अन्य बुराईयों को समाप्त करने के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने युवाओं से इतिहास का अध्ययन करने पर जोर देते हुए कहा कि उससे उन्हें पता चलेगा कि हमारे राष्ट्रीय नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों ने समाज सुधार एवं सामाजिक बदलाव के लिए किस तरह की कुर्बानी दी थी। युवाओं को अपने ज्ञान के लिए संविधान सभा और संसद में हुई बहस, वाद वाविाद और भाषणों को पढना चाहिये। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हाल में लोगों ने संविधान के महत्व पर चर्चा शुरु की है। यह सकारात्मक संकेत है और हरेक नागरिक संविधान की भावना को समझें। लोग केवल मौलिक अधिकार तक सीमित नहीं रहें बल्कि अपने कर्तव्यों को भी समझें।