नई दिल्ली। भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वाने ने कहा है कि शिक्षा के मजबूत वातावरण का विकास सदैव से उनके देश की प्राथमिकता रही है क्योंकि शिक्षा सफल समाज के निर्माण का आधार है। स्वाने ने शिव नादर फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्याज्ञान लीडरशिप अकेडमी के छात्रों को संबोधित करते हुये गुरूवार को कहा कि डेनमार्क में दुनिया का तीसरा सर्वश्रेष्ठ एजुकेशनल सिस्टम है। विद्याज्ञान में आकर दिख रहा है कि भारत सही मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। यहां पर उपलब्ध बुनियादी ढांचा एवं सुविधाएं दुनिया के अन्य स्कूलों के समान हैं। उन्होंने छात्रों से उन्हें उपलब्ध कराए गए अवसरों का पूरा लाभ उठाने और भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुमूल्य सहयोग देने की भी अपील की। इस दौरान उन्होंने छात्रों के विचार सुने और अपने अनुभव भी साझा किया।
फाउंडेशन ने यहां जारी बयान में यह जानकारी देते हुये कहा कि स्वाने विद्याज्ञान लीडरशिप एकेडमी के बुलंदशहर कैंपस में पहुंचे। फाउंडेशन ने विद्याज्ञान की स्थापना ग्रामीण उत्तर प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभावान बच्चों को आगे बढ़ाने तथा उन्हें अपने अपने क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने का मंच प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। इस समय बुलंदशहर एवं सीतापुर में स्थित विद्याज्ञान के दो परिसरों में लगभग 1500 बच्चे अध्ययनरत हैं। विद्याज्ञान की अध्यक्ष एवं एचसीएल इंटरप्राईज़ की मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं कार्यकारी निदेशक रोशनी नादर मल्होत्रा ने कहा कि शिक्षा से उत्कृष्टता के मामले में भारत को डेनमार्क से बहुत कुछ सीखना है। विद्यार्थियों का सौभाग्य है कि उन्हें स्वाने के साथ बात करने का अवसर मिला। उनका मानना है कि नेतृत्वकर्ता ही नेतृत्वकर्ता को प्रेरित करते हैं। इसलिए विद्यार्थियों को सफल रोल मॉडलें के विचारों एवं उनकी जिंदगी से अवगत कराया जाता है।