प्रयागराज। प्रयागराज के माघ मेले में दो दिन के साधु संत सम्मेलन में अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये करीब डेढ़ करोड़ लोगों को भारत की नागरिकता दिलाने का निर्णय लिया गया। संत समाज की बैठक में हुई दो दिन की चर्चा में तीनों देशों से आये हिंदू, सिख ,जैन बौद्ध, पारसी और इसाइयों को भारत की नागरिकता दिलाने का बीड़ा उठाया है और इसके लिये विशेष कार्य योजना तैयार की है । संत समाज की बैठक मंगलवार को समाप्त हुई।
संगम तट पर संत सम्मेलन में इसकी घोषणा की गई। देश के शीर्ष संतों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करते हुए शरणार्थियों को नागरिकता दिलाने की विशेष योजना तैयार की है। साधु , संत समागम में निर्णय लिया गया कि हिंदू शरणार्थियों की सहूलियत के लिए मठ-मंदिरों, आश्रमों व पीठों में नागरिकता देने वाले काउंटर खोले जाएंगे। संत और उनके शिष्य नागरिकता प्रदान करने की कमान संभालेंगे। विश्व हिंदू परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि इसके लिए हर जिले में संतों की टोली गठित की जाएगी, जो शरणार्थियों की तलाश करेगी।